TRAI New System: टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया कुछ नया करने का प्लान कर रहा है जिससे लोगों को बेहतर इंटरनेट और मोबाइल सिग्नल मिल सके. ट्राई ने एनर्जी को बचाने वाले डिवाइसेज या ग्रीन बिल्डिंग्स के लिए स्टार रेटिंग की तरह ही, उनकी डिजिटल कनेक्टिविटी के आधार पर इमारतों को रेट करने का सिस्टम शुरू किया.
5 कंपनियों ने आधिकारिक डिजिटल कनेक्टिविटी रेटिंग एजेंसी बनने में रुचि दिखाई है. ये एजेंसियां चेक करेंगी कि इंटरनेट एक्सेस, मोबाइल सिग्नल की पावर, फाइबर उपलब्धता, वाई-फाई सेटअप और अन्य डिजिटल फीचर्स के मामले में कौन-सी इमारत कितनी अच्छी है. ट्राई के चेयरमैन अनिल कुमार लाहोटी ने कहा कि जल्द ही पूरा सिस्टम शुरू किया जाएगा. जिन एजेंसियों को एक्सेप्ट किया जाएगा, उसकी पहली लिस्ट इसी महीने जारी की जा सकती है.
यह नया स्टार रेटिंग सिस्टम नई और पुरानी दोनों इमारतों को कवर करेगा. पुरानी इमारतों के लिए, रेटिंग बिल्डरों या मालिकों को सुधार करने के लिए मददगार साबित हो सकती हैं जिसमें बेहतर केबलिंग जोड़ना, सिग्नल रिसेप्शन में सुधार करना या बेहतर वाई-फाई इंस्टॉल करना. हाई रेटिंग बिल्डिंग को खरीदारों या किराएदारों के लिए ज्यादा आकर्षक बनाने में मदद कर सकती है.
ट्राई एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी काम कर रहा है, जहां लोग अलग-अलग बिल्डिंग की डिजिटल रेटिंग देखी जा सकती है. इससे लोगों के लिए अपने डिजिटल जरूरतों के हिसाब से घर या दफ्तर चुनना आसान हो जाएगा, खास तौर पर उन शहरों में जहां नेटवर्क की समस्याएं आम हैं.
जैसे-जैसे 5G बढ़ रहा है और 6G आने वाला है, इमारतों के अंदर अच्छा डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पहले से कहीं ज्यादा जरूरी है. इन नेटवर्क को बेहतर इन-बिल्डिंग सिस्टम की जरूरत है क्योंकि दीवारें और मटेरियल सिग्नल को ब्लॉक कर सकते हैं. ट्राई का मानना है कि यह रेटिंग सिस्टम डेवलपर्स को डिजिटल कनेक्टिविटी को गंभीरता से लेने के लिए प्रेरित करेगा और ग्रहकों को बेहतर फैसला लेने में मदद करेगा.