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Uttarkashi: उत्तरकाशी में दर्दनाक हादसा! दीवार ढहने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है. शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे एक मकान की दीवार अचानक ढह गई, जिसके मलबे में दबकर एक ही परिवार के चार सदस्यों की जान चली गई. यह घटना जिले के मोरी तहसील के राजस्व ग्राम ओडाटा के मोरा तोक में गुजर बस्ती में हुई.

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Edited By: Antima Pal
Uttarkashi Tragic Accident
Courtesy: social media

Uttarkashi Tragic Accident: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है. शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे एक मकान की दीवार अचानक ढह गई, जिसके मलबे में दबकर एक ही परिवार के चार सदस्यों की जान चली गई. यह घटना जिले के मोरी तहसील के राजस्व ग्राम ओडाटा के मोरा तोक में गुजर बस्ती में हुई. मृतकों की पहचान गुलाब हुसैन, उनकी पत्नी रुकमा खातून, उनके बेटे आबिद और 10 महीने की बेटी सलमा के रूप में हुई है. इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है.

दीवार ढहने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत 

जानकारी के अनुसार गुलाब हुसैन का परिवार उस समय गहरी नींद में था, जब उनके कच्चे मकान की दीवार अचानक भरभराकर गिर पड़ी. स्थानीय लोगों ने बताया कि हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण मकान की दीवार कमजोर हो गई थी, जो इस हादसे का कारण हो सकता है. हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे लोगों को निकालने की कोशिश की. राजस्व विभाग पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन तब तक चारों की मौत हो चुकी थी.

दीवार ढहने का कारण मकान की जर्जर हालत

तहसीलदार जबर सिंह असवाल ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि राहत कार्य तुरंत शुरू किए गए, लेकिन परिवार के किसी भी सदस्य को बचाया नहीं जा सका. प्रारंभिक जांच में दीवार ढहने का कारण मकान की जर्जर हालत और बारिश को माना जा रहा है. प्रशासन ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है.

कच्चे मकानों में रहने वाले परिवारों के लिए खतरे की घंटी

इस हादसे ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि कच्चे मकानों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें. यह हादसा कच्चे मकानों में रहने वाले परिवारों के लिए खतरे की घंटी है. प्रशासन ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और सहायता का आश्वासन दिया है.