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PM Awas Yojana: उत्तराखंड में 1451 गरीब परिवारों को मिलेगा घर, PM आवास योजना 2.0 को मिली मंजूरी

उत्तराखंड के आठ जिलों के 37 शहरों में 1451 गरीब परिवारों को जल्द ही अपना घर मिलेगा. केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के तहत इन आवासों के निर्माण को हरी झंडी दे दी है. इस योजना के तहत लाभार्थियों को घर बनाने के लिए 2.75 लाख रुपये की आर्थिक सहायता तीन किश्तों में दी जाएगी.

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Edited By: Antima Pal
PM Awas Yojana
Courtesy: social media

PM Awas Yojana: उत्तराखंड के आठ जिलों के 37 शहरों में 1451 गरीब परिवारों को जल्द ही अपना घर मिलेगा. केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के तहत इन आवासों के निर्माण को हरी झंडी दे दी है. इस योजना के तहत लाभार्थियों को घर बनाने के लिए 2.75 लाख रुपये की आर्थिक सहायता तीन किश्तों में दी जाएगी. यह कदम गरीब परिवारों को सम्मानजनक जीवन प्रदान करने की दिशा में जरूरी है.

उत्तराखंड में 1451 गरीब परिवारों को मिलेगा घर

शहरी विकास सचिव के अनुसार लाभार्थियों के चयन का काम तेजी से चल रहा है. अक्टूबर में 3000 से अधिक आवासों के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) केंद्र सरकार को भेजी जाएगी. यह योजना अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, पौड़ी, नैनीताल, पिथौरागढ़, टिहरी और ऊधम सिंह नगर जैसे जिलों को कवर करेगी. इन जिलों के 37 शहरों में रहने वाले गरीब परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा.

PM आवास योजना 2.0 को मिली मंजूरी

केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की स्वीकृति और मॉनिटरिंग समिति ने इन आवासों के निर्माण को मंजूरी दी है. यह योजना शहरी क्षेत्रों में बेघर और कच्चे मकानों में रहने वाले लोगों के लिए वरदान साबित होगी. उत्तराखंड सरकार इस योजना को लागू करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और जल्द से जल्द लाभार्थियों तक इसका लाभ पहुंचाने की तैयारी कर रही है.

इन आठ जिलों के निवासियों में इस खबर से खुशी की लहर

यह योजना न केवल गरीबों को पक्का घर देगी, बल्कि उनके जीवन स्तर को भी बेहतर बनाएगी. लाभार्थियों को मिलने वाली आर्थिक सहायता से वे अपने सपनों का घर बना सकेंगे. स्थानीय प्रशासन भी इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से सहयोग कर रहा है ताकि चयन प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो. उत्तराखंड के इन आठ जिलों के निवासियों में इस खबर से खुशी की लहर है. लोग इस योजना को गरीबी उन्मूलन और शहरी विकास की दिशा में एक बड़ा कदम मान रहे हैं.