menu-icon
India Daily

बंदर खा गए 35 लाख रुपये की चीनी? 'भ्रष्टाचार की चाशनी' में डूबे अधिकारियों को भरना होगा जुर्माना

Aligarh News: अलीगढ़ से हैरान करने वाली खबर आई है. यहां के चीनी मिल से 35 लाख रुपये की चीनी के हेरफेर की खबर है. अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि ये चीनी यहां घूमने वाले बंदर खा गए हैं.

auth-image
Edited By: India Daily Live
Monkeys ate sugar worth Rs 35 lakh in Aligarh officials to pay fine

Aligarh News: अलीगढ़ में अजीब मामला सामने आया है. अधिकारियों का दावा है कि बंदरों ने एक महीने में 35 लाख रुपये की 1100 क्विंटल चीनी चट कर दी. हालांकि, जांच पड़ताल पर आई टीम ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया. दरअसल, अलीगढ़ की साथा चीनी मिल में किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड ने ऑडिट की थी. इस दौरान 35 लाख रुपये की 1100 क्विंटल चीनी कम पाई गई. इसकी रिपोर्ट अधिकारियों को दी गई. अधिकारियों ने जब जवाबदेहों से सवाल किया तो बताया गया कि यहां बंदरों का आतंक है. बंदरों ने एक महीने में 35 लाख रुपये की चीनी खा ली.

जानकारी के मुताबिक, मामले में चीनी मिल मैनेजर, अकाउंटिंग अफसर समेत 6 लोगों को प्राथमिक तौर पर दोषी माना गया है. फिलहाल, पूरी ऑडिट रिपोर्ट गन्ना आयुक्त को भेजी गई है. इस पूरे मामले में घोटाले की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल, अधिकारियों की ओर से इस संबंध में जिला गन्ना अधिकारी से भी रिपोर्ट मांगी गई है.

चीनी मिल ऑडिट में क्या सामने आया था?

जिला लेखा परीक्षा अधिकारी, सहकारी समितियां एवं पंचायत लेखा परीक्षा ने 'द किसान सहकारी चीनी मिल लिमिटेड' का पिछले दिनों ऑडिट कराया था. इस दौरान 'साथा चीनी मिल' में 31 मार्च 2024 तक अंतिम स्टॉक का फिजिकल वेरिफिकेशन भी किया गया था. फिजिकल वेरिफिकेशन में 1 अप्रैल से अक्टूबर 2023 तक का तो चीनी के स्टॉक का मिलान हो गया.

रिपोर्ट में सामने आया कि फरवरी 2024 में चीनी का स्टॉक 1538.37 क्विंटल था, जो मार्च में घटकर 401.37 क्विंटल रह गया. यानी 1137 क्विंटल चीनी कम पाया गया. जब जिम्मेदारों से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने तर्क दिया कि इलाके में मौजूद बंदरों ने ये चीनी खा लिया. अब कहा जा रहा है कि जिम्मेदारों से ही इस चीनी की कीमत की वसूली की जाएगी.

रिपोर्ट में किसे-किसे ठहराया गया जिम्मेदार?

ऑडिट रिपोर्ट के बाद चीनी के स्टॉक के कम पाए जाने के लिए चीफ मैनेजर राहुल यादव, चीफ अकाउंटिंग अफसर ओम प्रकाश, मैनेजर विनोद एमके शर्मा, अकाउंटिंग अफसर महीपाल सिंह, प्रभारी सुरक्षा अधिकारी दलवीर सिंह, गोदाम कीपर गुलाब सिंह को जिम्मेदार माना गया है. कहा जा रहा है कि आरोपियों के खिलाफ जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है.