Bike Ran On Railway Track: एमपी को यूं ही नहीं कहा जाता 'अजब है, गजब है' यहां रोज कुछ ऐसा हो जाता है जो हर किसी को चौंका देता है. ताजा मामला श्योपुर जिले से आया है, जहां बिजली की समस्या से परेशान आदिवासी समुदाय के प्रदर्शन के कारण एक हाईवे पर जाम लग गया. जाम ऐसा था कि लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी होने लगी. तब लोगों ने जो रास्ता चुना, उसने सभी को हैरान कर दिया.
जाम से बचने के लिए कई लोगों ने चंबल नदी के ऊपर बने पुराने नैरोगेज रेलवे ट्रैक को ही पार करने का फैसला किया और करीब 200 बाइक सवारों ने जान जोखिम में डालकर उसी पटरी से आवाजाही शुरू कर दी. यह ट्रैक श्योपुर और ग्वालियर के बीच का है, जिस पर करीब सात साल से ट्रेनें बंद हैं, लेकिन ट्रैक अब भी मौजूद है.
#मध्यप्रदेश के श्योपुर में रेलवे पटरी से गुजरी बाइकों की रैली..वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल.. pic.twitter.com/RNCbOw8RUh
— News Art (न्यूज़ आर्ट) (@tyagivinit7) June 30, 2025
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे लोग बेहद संकरी पटरी पर बाइकों को सावधानी से चला रहे हैं, जबकि नीचे गहरी चंबल नदी बह रही है. जरा सी चूक उन्हें सीधे मौत के मुंह में ले जा सकती थी.
अब सवाल उठ रहे हैं प्रशासन पर जब प्रदर्शन के कारण सड़क जाम थी तो क्या प्रशासन को वैकल्पिक मार्ग नहीं देना चाहिए था? और अगर कोई बड़ा हादसा हो जाता, तो जिम्मेदार कौन होता? यह घटना न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि आम लोग सिस्टम फेल होने पर किस हद तक जाने को मजबूर हो जाते हैं.