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Eng vs Ind: 'मेरे बेटे को नजरअंदाज किया जाता रहा', वाशिंगटन सुंदर के पिता एम. सुंदर का छलका दर्द

भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए चौथे टेस्ट मैच के पांचवें दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए रवींद्र जडेजा के साथ नाबाद 203 रनों की साझेदारी की.

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Edited By: Garima Singh
Eng vs Ind
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Washington Sundar: भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए चौथे टेस्ट मैच के पांचवें दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए रवींद्र जडेजा के साथ नाबाद 203 रनों की साझेदारी की. इस साझेदारी ने भारत को हार से बचाते हुए महत्वपूर्ण ड्रॉ कराया. सुंदर ने 206 गेंदों पर नौ चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 101 रन बनाए, जो उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला शतक था. इस प्रदर्शन ने न केवल उनकी बल्लेबाजी क्षमता को उजागर किया, बल्कि उन्हें प्रशंसकों और विशेषज्ञों की खूब वाहवाही भी दिलाई.

वाशिंगटन सुंदर के पिता, एम. सुंदर, ने अपने बेटे के इस शानदार प्रदर्शन पर खुशी जताई, लेकिन साथ ही यह चिंता भी व्यक्त की कि उनके बेटे की प्रतिभा को अक्सर नजरअंदाज किया जाता है. एक मीडिया चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा, "वाशिंगटन लगातार बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. हालांकि, लोग उसके प्रदर्शन को नज़रअंदाज़ करते हैं और भूल जाते हैं. अन्य खिलाड़ियों को नियमित मौके मिलते हैं, केवल मेरे बेटे को नहीं मिलते. वाशिंगटन को लगातार पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए, जैसा उसने चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में किया और उसे लगातार पांच से दस मौके मिलने चाहिए. आश्चर्यजनक रूप से मेरे बेटे को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए नहीं चुना गया."

अनुचित व्यवहार का दर्द

एम. सुंदर ने इस बात पर जोर दिया कि उनके बेटे के साथ लगातार अन्याय होता रहा है. उन्होंने बताया कि 2021 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ टर्निंग पिच पर वाशिंगटन ने नाबाद 85 रन और अहमदाबाद में 96* रन बनाए थे. "मेरा बेटा एक या दो मैचों में फेल होने पर भी टीम से बाहर कर दिया जाता है. यह उचित नहीं है. अगर उन दो पारियों में शतक भी बन जाते, तब भी उसे टीम से बाहर कर दिया जाता." उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या किसी अन्य भारतीय क्रिकेटर के साथ ऐसा व्यवहार किया गया है.

निदाहास ट्रॉफी से लेकर आईपीएल तक

वाशिंगटन के पिता ने 2017/18 की निदाहास ट्रॉफी का जिक्र करते हुए कहा कि उनके बेटे ने अपने पहले विदेशी दौरे पर शानदार प्रदर्शन किया और प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब जीता, जिससे भारत ने ट्रॉफी अपने नाम की. लेकिन इसके बावजूद, आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने उन्हें लगातार 11 मैचों से बाहर रखा. "क्या आप उसकी मानसिकता की कल्पना कर सकते हैं?" उन्होंने पूछा. इसके अलावा, आईपीएल 2022 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए वाशिंगटन ने अपने पहले ही मैच में 14 गेंदों पर 40 रन बनाए, लेकिन अगले मैच में उन्हें छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया.

मौजूदा चुनौतियां और भविष्य की उम्मीदें

सुंदर के पिता ने यह भी बताया कि उनकी मौजूदा टीम (ग्रेट ब्रिटेन) भी उन्हें नियमित अवसर नहीं देती. फिर भी, वाशिंगटन ने आईपीएल 2025 के एलिमिनेटर में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 24 गेंदों पर 48 रनों की शानदार पारी खेलकर अपनी क्षमता साबित की. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि राजस्थान रॉयल्स ने यशस्वी जायसवाल को जिस तरह समर्थन दिया, वैसा ही समर्थन वाशिंगटन को भी मिलना चाहिए. "वाशिंगटन सुंदर घरेलू क्रिकेट में भी लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं, लेकिन इसका कारण अवसरों की कमी है."