कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को बेंगलुरु में हुई भगदड़ के मामले में बड़ी कार्रवाई की. इस दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की मौत हुई थी. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस घटना के लिए जिम्मेदार माने जा रहे कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर, स्टेशन हाउस मास्टर, स्टेशन हाउस ऑफिसर, सेंट्रल डिवीजन के एसीपी और डीसीपी, क्रिकेट स्टेडियम के इंचार्ज, एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस, और खुद पुलिस कमिश्नर को तुरंत सस्पेंड किया गया है.
एक सदस्यीय जांच आयोग की घोषणा
सीएम सिद्धारमैया ने यह भी बताया कि इस घटना की जांच के लिए एक सदस्यीय आयोग बनाया गया है, जो यह पता लगाएगा कि आखिर भगदड़ कैसे और क्यों हुई.
Bengaluru stampede | Karnataka CM Siddaramaiah says, "Cubbon Park Police Station Police Inspector, Station House Master, Station House Officer, ACP, Central Division DCP, Cricket Stadium in-charge, Additional Commissioner of Police, Commisioner of Police have been suspended with… pic.twitter.com/3U9YS8CLhm
— ANI (@ANI) June 5, 2025
मुख्यमंत्री ने कहा, "RCB, कार्यक्रम के आयोजक DNA और KSCA, जो इस कार्यक्रम में शामिल थे — हमने इनके खिलाफ कार्रवाई का फैसला किया है और उन्हें गिरफ्तार करने का निर्णय लिया गया है."
इस दुखद घटना में अब तक 11 लोगों की जान चली गई है और 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA), निजी इवेंट कंपनी DNA एंटरटेनमेंट, और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के प्रतिनिधियों के खिलाफ गिरफ्तारी के आदेश दिए गए हैं. इनके खिलाफ 5 जून को कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में एफआईआर भी दर्ज की गई थी.
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस मामले की जांच अब क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) को सौंपी जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया (prima facie) ऐसा लगता है कि इस हादसे में पुलिस की लापरवाही रही है.
मुख्यमंत्री ने पहले ही बेंगलुरु अर्बन के डीसी जगदीश जी के नेतृत्व में मजिस्ट्रेट जांच का ऐलान किया था. अब इसके साथ ही एक सदस्यीय आयोग भी गठित किया गया है, जिसकी अध्यक्षता कर्नाटक हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस माइकल डी’कुन्हा करेंगे. यह आयोग भगदड़ की घटना की गहराई से जांच करेगा.
सरकार ने साफ किया है कि घटना के लिए जिम्मेदार किसी को बख्शा नहीं जाएगा.