बेंगलुरु, जिसे भारत की सिलिकॉन वैली कहा जाता है, वहां के पेइंग गेस्ट (PG) व्यवसाय पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. पहले महामारी ने इस कारोबार को झकझोर दिया था, और अब नए नियम, तकनीकी क्षेत्र में छंटनी और बिजली-पानी के बिलों में भारी बढ़ोतरी ने PG मालिकों की कमर तोड़ दी है. शहर में किराए आसमान छू रहे हैं, लेकिन PG, जो सस्ते ठहरने का विकल्प हैं, अब खुद आर्थिक तंगी का शिकार हो रहे हैं.
पिछले एक साल में बेंगलुरु में कई PG बंद हो चुके हैं, और जो बचे हैं, वे घाटे में चल रहे हैं. PG मालिकों का कहना है कि उन्हें 20-25% तक का नुकसान हो रहा है. खासकर मराठाहल्ली और सरजापुर जैसे इलाकों में, जहां ज्यादातर IT कर्मचारी रहते हैं, हालात और खराब हैं. PG ओनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुणा कुमार डी. टी. ने बताया, "जिनके पास कई PG ब्रांच हैं, वे किसी तरह टिके हुए हैं. लेकिन एकल PG चलाने वाले ज्यादातर मालिकों ने ताले लगा दिए."
BBMP के नए नियम और अवैध PG पर कार्रवाई
हाल ही में बेंगलुरु में एक PG में हत्या की घटना के बाद ब्रुहट बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) और पुलिस ने अवैध PG के खिलाफ सख्ती शुरू की. महादेवपुरा में करीब 100 PG सील कर दिए गए, क्योंकि उनके पास ट्रेड लाइसेंस नहीं था. BBMP ने नए नियम लागू किए, जिसमें सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया. इसके अलावा, एक नियम के तहत 40 फीट से कम चौड़ी सड़कों वाले रिहायशी इलाकों में PG चलाने पर रोक लगा दी गई. बेंगलुरु PG ओनर्स एसोसिएशन की सचिव सुखी सियो ने कहा, "मराठाहल्ली जैसे इलाकों में मांग बढ़ने पर कई PG खुल गए थे, लेकिन उनमें से ज्यादातर अवैध थे. अब वे बंद हो चुके हैं."
बढ़ते खर्च और घटते मेहमान
PG मालिकों के सामने एक और बड़ी चुनौती है बिजली और पानी के बिलों में भारी बढ़ोतरी. सुखी सियो ने बताया, "हमारे ज्यादातर मेहमान छात्र हैं. हम उन पर किराए का बोझ नहीं डालना चाहते. लेकिन बढ़ते खर्च और BBMP के नियमों का पालन करने की लागत हमें घाटे में ले जा रही है." PG मालिकों ने BBMP और बेंगलुरु वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड (BWSSB) से मुलाकात कर PG को रिहायशी उपभोक्ता की तरह मानने की मांग की है, ताकि बिलों का बोझ कम हो.
BBMP की नियमों में ढील की योजना
BBMP ने PG को अपने यहां रजिस्टर करना अनिवार्य किया है, लेकिन केवल 2,500 PG ही रजिस्टर हुए हैं. सूत्रों का कहना है कि कई PG BBMP के मानकों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं. PG मालिकों की याचिका को देखते हुए BBMP अब कुछ नियमों में ढील देने पर विचार कर रहा है, जैसे कि 40 फीट सड़क की अनिवार्यता को हटाना.