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India Daily

10 मिनट की बारिश से दिल्ली बेहाल, केजरीवाल ने ट्वीट कर उठाया सवाल, ‘चार इंजन’ हैं या चार बहाने?

दिल्ली में हुई हल्की बारिश ने सरकार और नगर निगम की तैयारियों की हकीकत सामने रख दी है. राजधानी का प्रतिष्ठित इलाका कनॉट प्लेस ही जब पानी में डूब गया, तो आम कॉलोनियों और झुग्गी बस्तियों की हालत का अंदाज़ा लगाया जा सकता है. आम आदमी पार्टी ने इसे भाजपा की "चार इंजन" सरकार की नाकामी बताया और सवाल खड़े किए कि जब पूरा तंत्र एक ही पार्टी के नियंत्रण में है, तो जवाबदेही तय क्यों नहीं हो रही.

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Edited By: Kuldeep Sharma
 Arvind Kejriwal
Courtesy: WEB

दिल्ली में मंगलवार को महज़ 10 मिनट की बारिश ने शहर की तैयारियों की पोल खोल दी. राजधानी का वीआईपी इलाका कनॉट प्लेस जलमग्न हो गया, सड़कें पानी में डूब गईं और आम जनता को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. इसी घटनाक्रम को लेकर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर सीधा हमला बोला है.

मंगलवार सुबह दिल्ली में आई 10 मिनट की तेज़ बारिश के बाद राजधानी की मुख्य सड़कें, विशेषकर कनॉट प्लेस, जलमग्न हो गईं. लोगों को दफ्तर पहुंचने में दिक्कतें हुईं, ट्रैफिक घंटों रुका रहा और कई जगह वाहन पानी में फंस गए. यह नजारा साफ दर्शाता है कि जल निकासी की कोई तैयारी नहीं की गई थी, जबकि मॉनसून का मौसम पहले से तय था.

केजरीवाल का बीजेपी पर सीधा हमला

अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर एक तीखा ट्वीट करते हुए लिखा “जब कनॉट प्लेस का ये हाल है, तो बाकी दिल्ली कैसी होगी? क्या यही है चार इंजन की सरकार की रफ्तार?” उनका निशाना साफ तौर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, नगर निगम और उपराज्यपाल की ओर था. उन्होंने सवाल किया कि जब सिस्टम का पूरा कंट्रोल एक ही पार्टी के पास है, तो फिर जिम्मेदारी कौन लेगा?

'फोटोशूट सरकार' पर तंज

आम आदमी पार्टी ने बयान जारी करते हुए रेखा गुप्ता सरकार को 'इवेंट मैनेजमेंट और फोटोशूट की सरकार' बताया. पार्टी का कहना है कि पिछले 5 महीनों में कोई भी ठोस काम जमीन पर नजर नहीं आया है. न नाले साफ़ किए गए, न जलभराव रोकने की कोई कार्ययोजना बनी. सिर्फ सोशल मीडिया पर छवियां बनाने का प्रयास किया गया, जबकि ज़मीनी स्तर पर समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं.

जनता के बीच उठे सवाल

इस घटनाक्रम के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं. कई यूज़र्स ने सवाल उठाए कि क्या भाजपा की चार इंजन सरकार सिर्फ प्रचार तक सीमित है? लोगों ने याद दिलाया कि जब आम आदमी पार्टी की सरकार थी, तो मानसून से पहले नियमित रूप से नालों की सफाई और जलभराव से निपटने की व्यवस्था होती थी. अब जनता को लग रहा है कि नया चेहरा लाने का फैसला गलत साबित हो रहा है.