बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सुबह ईडी ने रेड डाली. सुबह-सुबह ईडी के रेड से सकरा प्रखंड में खलबली मच गई. ये रेड बिशनपुर वघनगरी मॉडल पंचायत की मुखिया बबीता देवी के घर पर पड़ी. टीम सुबह 6 बजे पहुंच गई और छापेमारी शुरू कर दी. मुखिया के घर सभी बैंक खातों और और लेन-दने की जांच कर रही है. सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी अवैध शराब तस्करी से जुड़े काले धन की हेराफेरी (मनी लॉन्ड्रिंग) के मामले में हो रही है.
ईडी की इस कार्रवाई का केंद्र बबीता देवी और उनके परिवार से जुड़े वित्तीय लेन-देन हैं. जांच एजेंसी उनके सभी बैंक खातों, संपत्तियों और लेन-देन के दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी अवैध शराब तस्करी से अर्जित काले धन को वैध बनाने के संदेह में की जा रही है. बबीता देवी के पति बबलू मिश्रा और उनके भाई पर पहले से ही शराब तस्करी के कई मामले दर्ज हैं, जिसके आधार पर ईडी ने यह कदम उठाया है.
प्रवर्तन निदेशालय इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत जांच कर रहा है. सूत्रों का कहना है कि बबलू मिश्रा और उनके भाई की अवैध शराब तस्करी की गतिविधियों से अर्जित धन को संपत्तियों और अन्य माध्यमों से वैध बनाने की कोशिश की गई हो सकती है. ईडी की टीम इस बात की तह तक जाने की कोशिश कर रही है कि इस धन का इस्तेमाल कहां-कहां किया गया और क्या इसमें कोई बड़ा नेटवर्क शामिल है.
मिल चुका है राष्ट्रपति पुरस्कार
बबीता देवी बिशनपुर वघनगरी मॉडल पंचायत की मुखिया हैं और उन्हें अपने कार्यों के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. उनकी यह उपलब्धि उन्हें स्थानीय स्तर पर एक सम्मानित व्यक्तित्व बनाती है. हालांकि, उनके पति और भाई पर शराब तस्करी के आरोपों ने उनकी छवि पर सवाल उठा दिए हैं.