menu-icon
India Daily

WTC Final 2025: 'चोकर' कहकर ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को किया स्लेज, कप्तान तेंबा बवुमा ने बताई कंगारूओं की सच्चाई

WTC Final 2025: साउथ अफ्रीका ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है. हालांकि, अफ्रीका के कप्तान तेंबा बवुमा का कहना है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने मैच के दौरान चोकर कहकर स्लेजिंग की थी.

Temba Bavuma
Courtesy: Social Media

WTC Final 2025: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में साउथ अफ्रीका ने 14 जून 2025 को लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर पहली बार आईसीसी खिताब जीता. इस ऐतिहासिक जीत के बाद साउथ अफ्रीका के कप्तान तेंबा बवुमा ने खुलासा किया कि मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने उन्हें 'चोकर' कहकर स्लेजिंग की थी. 

बवुमा ने बताया कि यह स्लेजिंग कितनी प्रभावशाली थी और उनकी टीम ने इसे कैसे नजरअंदाज करके जीत हासिल की. बता दें कि अक्सर बड़े टूर्नामेंट में साउथ अफ्रीका अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी है. भले ही उनके पास एबी डी विलियर्स, हाशिम अमला और फाफ डु प्लेसिस जैसे दिग्गज रहे हों.

ऑस्ट्रेलिया की स्लेजिंग और बवुमा का जवाब

मैच के चौथे दिन साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 69 रन चाहिए थे और उनके 8 विकेट बचे हुए थे. इस स्थिति में भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने साउथ अफ्रीका पर दबाव बनाने की कोशिश की और 'चोकर' शब्द का इस्तेमाल किया. बवुमा ने बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल को बताया, "जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे, तो हमें ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के 'चोकर' शब्द का इस्तेमाल सुनाई दिया."

उन्होंने आगे कहा, "इस सुबह यह टैग (चोकर) हमारे ऊपर लगा. एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने कहा कि हम अभी भी आउट हो सकते हैं. मैंने यह साफ सुना." बवुमा ने बताया कि यह स्लेजिंग उनकी टीम के लिए प्रेरणा बनी, और उन्होंने इसे सकारात्मक ऊर्जा में बदल दिया. जीत के बाद बवुमा ने कहा कि उनकी टीम ने इस बड़े फाइनल में सफलता पाकर इतिहास रच दिया है.

'चोकर' टैग से छुटकारा, मार्क्रम की खुशी

साउथ अफ्रीका को लंबे समय से 'चोकर' (दबाव में हारने वाला) कहा जाता रहा है, क्योंकि वे बड़े मैचों में जीत हासिल करने में नाकाम रहे थे. लेकिन इस जीत ने उस टैग को खत्म कर दिया. प्लेयर ऑफ द मैच एडेन मार्क्रम, जिन्होंने 136 रनों की शानदार पारी खेली, ने कहा, "यह शब्द (चोकर) फिर कभी सुनने को नहीं मिले, यह अच्छा होगा. इस टैग से छुटकारा पाना हमारी टीम के लिए बड़ी उपलब्धि है."

मार्क्रम की यह पारी और टीम की मेहनत ने साबित कर दिया कि साउथ अफ्रीका अब दबाव में भी जीत दर्ज कर सकता है. इस जीत के साथ साउथ अफ्रीका ने नया इतिहास बनाया और न्यूजीलैंड व ऑस्ट्रेलिया के बाद WTC का तीसरा चैंपियन बना.