India vs England Test Series: पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली ने भारत में टेस्ट मैचों के लिए स्पिन के अनुकूल पिचें बनाने की जरूरत पर सवाल उठाया है. यह सवाल उन्होंने जसप्रीत बुमराह द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन शानदार गेंदबाजी के प्रदर्शन के बाद किया है.
भारत ने पहली पारी में यशस्वी जायसवाल के 209 रनों की बदौलत 396 रन बनाए थे. जवाब में इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी रही और जैक क्रॉली ने 76 रन बनाए. इंग्लैंड की बल्लेबाजी मजबूत दिख रही थी, लेकिन तब बुमराह ने गेंदबाजी की.
बुमराह ने अपने तूफानी स्पैल में 3 विकेट लिए, जिनमें जो रूट भी शामिल थे. इसके बाद उन्होंने एक शानदार यॉर्कर से ओली पोप को आउट किया, जिससे भारत वापसी कर सका. चाय के बाद उन्होंने जॉनी बेयरस्टो को भी आउट कर इंग्लैंड को दबाव में डाल दिया.
इस प्रदर्शन से पूर्व अंग्रेज कप्तान एलियस्टर कुक भी प्रभावित हुए और उन्होंने स्काई स्पोर्ट्स को बताया कि बुमराह के स्पैल ने दूसरे दिन का खेल बदल दिया.
कुक ने कहा, "यह बुमराह की तेज गेंदबाजी का ही स्पैल था जिसने खेल को पूरी तरह बदल दिया. यह बेहद रोमांचक क्रिकेट रहा."
इस स्पैल के बाद गांगुली ने भारत में तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल पिचों की जरूरत पर अपनी राय दी. पूर्व कप्तान का कहना है कि भारतीय तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन देखकर उन्हें संदेह होता है कि क्या भारत में टर्निंग पिचें जरूरी हैं. उनका मानना है कि हर तरह के गेंदबाज को खेल में शामिल करने के लिए अच्छी पिचें होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में भारत में पिचों के कारण बल्लेबाजी की गुणवत्ता कम हो रही है और अच्छी पिचें जरूरी हैं.
गांगुली ने सोशल मीडिया पर लिखा, "जब मैं बुमराह, शमी, और मोहम्मद सिराज को गेंदबाजी करते देखता हूं, तो मुझे आश्चर्य होता है कि हमें भारत में टर्निंग पिचें क्यों बनानी चाहिए. हर मैच में अच्छी पिचों पर खेलने का मेरा विश्वास मजबूत होता जा रहा है. अश्विन, जडेजा, कुलदीप, और अक्षर के साथ वे किसी भी पिच पर 20 विकेट ले सकते हैं. पिछले 6-7 सालों में घरेलू मैचों की पिचों के कारण बल्लेबाजी की गुणवत्ता कम हो रही है. अच्छी पिचें जरूरी हैं. भारत अभी भी 5 दिनों में जीतेगा."
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