मानसून का मौसम आते ही हरे-भरे नजारे, ठंडी हवाएं और हल्की-हल्की बारिश दिल को सुकून देती है. अगर आप इस सुहाने मौसम में किसी खास जगह घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो केरल आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है. इसे यूं ही “गॉड्स ओन कंट्री” नहीं कहा जाता, बल्कि यहां की खूबसूरती, संस्कृति और प्राकृतिक वैभव हर मौसम में अलग ही अनुभव कराते हैं.
केरल मानसून के दौरान और भी खास हो जाता है -झरनों का शोर, पहाड़ों की हरियाली, बैकवॉटर्स की शांति और आयुर्वेदिक थेरेपी का सुख… ये सब मिलकर इसे मानसून में घूमने की बेस्ट जगह बनाते हैं. आइए जानते हैं क्यों मानसून में केरल घूमना एक यादगार अनुभव बन सकता है.
मानसून में केरल के जंगल और पहाड़ हरे कालीन की तरह दिखते हैं, जो फोटोग्राफी और नेचर लवर्स के लिए जन्नत से कम नहीं.
अथिरापल्ली, सोजिपारा जैसे झरने बारिश में पूरे वेग से बहते हैं, जिन्हें देखना किसी रोमांच से कम नहीं.
अलेप्पी और कुमारकोम में हाउसबोट की सैर मानसून में और भी शांतिपूर्ण और रोमांटिक हो जाती है.
केरल में मानसून को आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है. बॉडी डिटॉक्स और रिलैक्सेशन के लिए परफेक्ट.
मानसून के समय पर्यटक कम होते हैं, जिससे आपको प्रकृति का आनंद बिना भीड़-भाड़ के मिल जाता है.
थेक्कडी और वायनाड के जंगलों में मानसून के दौरान दुर्लभ पशु-पक्षियों को देखने का अवसर मिलता है.
इस समय ओणम जैसे पारंपरिक त्योहार शुरू हो जाते हैं, जिनमें शामिल होकर आप केरल की संस्कृति को करीब से देख सकते हैं.
मानसून में होटल्स और फ्लाइट्स की कीमतें कम हो जाती हैं, जिससे ट्रिप बजट फ्रेंडली बनती है.
केरल का स्थानीय मानसूनी खाना और ताज़ा सी फूड स्वाद में अद्भुत होता है, जो खाने के शौकीनों को लुभाता है.
केरल की बारिश सिर्फ मौसम नहीं, एक अहसास है. हरे भरे दृश्य, झरनों की गूंज, बैकवॉटर्स की शांति और आयुर्वेदिक सुकून—ये सब मिलकर मानसून में केरल को एक परफेक्ट हॉलिडे डेस्टिनेशन बना देते हैं. अगर आप मानसून में कहीं घूमने का सोच रहे हैं, तो केरल की इन 9 वजहों को नजरअंदाज न करें.