तुर्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर बैन लगा दिया है. अब तुर्की में इंस्टाग्राम का पेज और ऐप, दोनों एक्सेस नहीं हो रहा है. इंस्टाग्राम रेग्युलेटर ने खुद इसकी जानकारी दी है. तुर्की ने इस फैसले की कोई वजह नहीं बताई है. मोबाइल पर भी इस प्लेटफॉर्म को लोग एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं. तुर्की कम्युनिकेशन अधिकारी फहरेतिन अल्तून ने बुधवार को इंस्टाग्राम की आलोचना की थी. वजह ये थी कि हमास के आतंकी इस्माइल हानिया की हत्या को लेकर तुर्की में यूजर संवेदना जता रहे थे, जिसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने ब्लॉक कर दिया था. इस फैसले से से फहरेतिन अल्तून बेहद नाराज थे. अब इंस्टाग्राम को बैन कर दिया है.
प्रेजीडेंसी कम्युनिकेशन चीफ फहरतीन अल्तून ने इंस्टाग्राम पर आरोप लगाया था जो लोग हमास चीफ हानिया इस्माइल को श्रद्धांजलि दे रहे थे, उनकी इंस्टाग्राम पोस्ट की रीच खत्म की जा रही थी, या ब्लॉक किया जा रहा था. हो सकता है कि इंस्टाग्राम के प्रो-इजरायल रुख की वजह से तुर्की ने यह फैसला लिया हो. तुर्की इस्लामिक देश है, जो इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग में, फिलिस्तीन के साथ है.
इस्माइल हानिया, फिलिस्तीन का नागरिक था. मध्य पूर्व में हमास की जबसे उसने कमान संभाली थी, इजरायल की नाक में दम हो गया था. वह दुनियाभर के बड़े देशों में ट्रेनिंग कर चुका था. साल 1963 में वह गाजा एक शरणार्थी शिविर में पैदा हुआ था. उसने गाजा के इस्लामिक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और हमास से जुड़ गया. उसने इजरायल की कई मोर्चे पर चुनौतियां बढ़ाई.
साल 1987 के बाद से ही उसकी ताकत धीरे-धीरे बढ़ने लगी थी. वह इजरायल के खिलाफ आंदोलन चलाना, जिसमें इजरायल ने उसे कैद कर लिया था. जब वह कैद से रिहा हुआ तो और बड़ा नेता बनकर सामने आया. वह गाजा का प्रधानमंत्री भी रह चुका है. वह तेहरान में था, जब उसकी इजरायली एयर स्ट्राइक में मौत हो गई. उसकी मौत के बाद इस्लामिक देश, इजरायल पर भड़के हुए हैं.