भारत कई देशों को हथियार सप्लाई करता है. चीन के बढ़ती दादागिरी से छोटे देश परेशान हैं. ऐसा ही एक देश फिलीपीन्स है जो चीन से लड़ने के लिए भारत से हथियार खरीदने की तैयारी कर रहा है. फिलीपीन्स चीन से निपटने के लिए ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल लेता है. अब घातक हथियारों को खरीदकर रक्षा आधुनिकीकरण पर फोकस कर रहा है. फिलीपीन्स के राजदूत जोसेल एफ इग्नासिओ ने कहा कि हम भारत के हथियार से संतुष्ट हैं.
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी फिलीपीन्स भारत से हथियार खरीदते रहेगा. दरअसल, भारत और फिलीपीन्स दोनों का दुश्मन चीन है. चीन के जितने भी दुश्मन देश हैं वो भारत से अपना रिश्ता मजबूत कर रहे हैं. फिलीपीन्स के राजदूत ने कहा कि भारत और पिलीपीन्स मजबूत पार्टनर हैं. भारत हमारी सेना का आधुनिक बनाने में मदद कर रहा है. जोसेल ने कहा, कई चरणों में पिछले एक दशक से फिलीपीन्स की सेना एक आधुनिकीकरण प्रोग्राम चला रही है.' उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए हमने जरूरत के आधार पर एक शापिंग लिस्ट बनाई है.
फिलीपीन्स की सरकार होरिजोन 1 और होरिजोन 2 नाम से सेना को आधुनिक बनाने का कार्यक्रम चला रही है. इसे 2013 और 2018 में शुरू किया गया था. अब होरिजोन 3 कार्यक्रम शुरू किया है. इसके तहत फिलीपीन्स अपनी सेना को मजबूत करेगा. इस अभियान में भारत फिलीपीन्स की मदद कर रहा है. होरिजोन 3 कार्यक्रम अगले 10 साल तक चलेगा.
भारत के साथ-साथ फिलीपीन्स का अमेरिका के साथ भी रक्षा समझौता है. फिलीपीन्स अब लगातार भारत के साथ रक्षा समझौता बढ़ा रहा है. इसका मकसद चीन की चुनौतियों से निपटना है. हाल ही में भारत ने फिलीपीन्स को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की आपूर्ति की है. ये डीन 37 करोड़ 50 लाख डॉलक का हुआ था. चीन की नजर फिलीपीन्स के आस-पास के छोटे द्वीप पर हैं. चीन इसपर कब्जा करते जा रहा है.
चीन द्वीपीय इलाकों पर नजर गड़ा रखी है. चीन इनपर अपना दावा करता है. इन द्वीप को बचाने के लिए फिलीपीन्स हर कोशिश में जुटा हुआ है. फिलीपीन्स की नौसेना ने ब्रह्मोस मिसाइल को चीन को लक्ष्य करके तैनात किया है. आने वाले समय में भारत और फिलीपीन्स के बीच फाइटर प्लेन, तोप और हेलिकॉप्टर की डील हो सकती है. दोनों देशों के बीच इसपर बातचीत चल रही है.