USA News: अमेरिका दुनिया को जहरीला चावल खिला रहा है. एक रिपोर्ट में इसका चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, वॉशिंगटन से निर्यात होने वाले चावल में आर्सेनिक की मात्रा ज्यादा पाई गई है. अमेरिका द्वारा निर्यातित चावल में आर्सेनिक और कैडमियम और भारी धातुओं की बड़ी मात्रा पाई गई है. चावलों का निर्यात अमेरिका के अरकंसास, टेक्सास प्रांतों से किया गया है.
रिपोर्ट के अनुसार यह धातुएं मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है. इससे हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ता है. मिशिगन यूनिवर्सिटी की टीम ने इस बारे में खुलासा किया. रिसर्च टीम ने हैती को भेजी गई चावल की खेप से यह सैंपल लिए थे. हैती चावल संकट से जूझ रहा है इसलिए उसने यूएस से चावल मंगाने का रास्ता चुना था.
रिपोर्ट के अनुसार, हैती में उत्पादित चावल की तुलना में अमेरिका से आए चावल में भारी धातुओं की मात्रा कहीं ज्यादा थी. अमेरिका के एफडीए और विदेश विभाग ने उक्त मामले पर अभी तक जवाब नहीं दिया है. मिशिगन की रिसर्च टीम ने कहा कि हैती अपनी जरूरत का 90 फीसदी चावल अमेरिका से आयात करता है. हैती के राजनीतिक हालात और गरीबी को देखते हुए अमेरिका ने 1990 के दशक में सब्सिडी की घोषणा की थी. तब से हैती अमेरिका से बड़ी मात्रा में चावल की खरीद करता रहा है.
मिशिगन यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम ने कैडमियम और आर्सेनिक की मात्रा के स्तर को खतरनाक बताते हुए लो क्वालिटी की ओर इशारा किया है. इस रिपोर्ट में अमेरिका के टेक्सास, अरकंसास और लुइसियाना प्रांत को शीर्ष निर्यातक राज्य करार दिया गया है.इस रिसर्च में इस बात को भी रेखांकित किया गया है कि यह जहरीले केमिकल प्राकृतिक और मानव निर्मित स्रोतों से पानी और भोजन को प्रभावित कर सकते हैं.