Iranian President Helicopter Crash: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी समेत सभी 9 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. घटनास्थल पर रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन खत्म कर लिया गया है. रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन में जुटी टीमों को मौसम की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. सोशल मीडिया पर वायरल कुछ तस्वीरों में घटनास्थल पर घना कोहरा, बारिश के विजुल्स दिखे. फिलहाल, राष्ट्रपति रईसी समेत विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, इमाम अयातुल्ला अल-ए हशम, पूर्वी अजरबैजान के गवर्नर जनरल मालेक रहमती, रईसी के बॉडीगार्ड और पायलट का शव बरामद कर लिया गया है.
राष्ट्रपति जिस हेलिकॉप्टर में सवार थे, वो कैसे क्रैश हुआ, इसकी पड़ताल की जा रही है. कहा जा रहा है कि कुछ घंटों में स्थिति साफ हो जाएगी. हालांकि, कुछ घंटों का जिक्र इसलिए किया जा रहा है कि घटनास्थल की स्थितियां उतनी अनुकूल नहीं हैं. इससे अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हेलिकॉप्टर क्रैश के करीब 16 घंटों बाद तक क्रैश साइट का कोई अता-पता नहीं चल पाया था, क्योंकि बारिश और कोहरा विलन बन रहा था.
राष्ट्रपति रईसी का हेलिकॉप्टर जहां हादसे का शिकार हुआ, वहां मौजूद स्थानीय चरवाहों के हवाले से कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया कि हमने हेलीकॉप्टर देखा जो कलेजन और अनुइघ के बीच के क्षेत्र में उतरने वाला था, लेकिन हेलिकॉप्टर अचानक कोहरे में खो गया और तेज आवाज के साथ हादसे का शिकार हो गया. लेकिन हादसे के बाद भी हेलिकॉप्टर का प्रोपेलर (पंखा) काम कर रहा था.
ईरानी सेना कमांडर ने कहा कि जिस क्षेत्र में राष्ट्रपति रईसी को ले जा रहा हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ, वहां मौसम की स्थिति बहुत खराब है, बारिश बर्फ में बदल गई है. जिस इलाके में हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है वहां मौसम खराब चल रहा है. घना कोहरा छाया हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति रईसी, विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान के गवर्नर मालेक रहमती, कई अन्य यात्रियों के साथ हेलीकॉप्टर में थे. अचानक हेलीकॉप्टर को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और उसे अजरबैजान की सीमा से लगे शहर जोल्फा में कठिन लैंडिंग करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
ईरान की आधिकारिक मीडिया के मुताबिक, राष्ट्रपति के काफिले में तीन हेलीकॉप्टर शामिल थे. इनमें से दो हेलीकॉप्टर सुरक्षित उतर गए, जबकि तीसरे की हार्ड लैंडिंग हुई. ये घटना तब हुई जब राष्ट्रपति रईसी अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ अरास नदी पर एक बांध का उद्घाटन करने वाले एक समारोह से लौट रहे थे.