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रेयर अर्थ मिनरल्स पर अमेरिका का साथ देगा भारत! टैरिफ बम फोड़ने वाले US ने क्यों कहा ये 'चीन vs वर्ल्ड'?

US on Rare Earth Elements: चीन रेयर अर्थ मिनरल्स के मामले में सबसे आगे हैं. यह बात अमेरिका को पसंद नहीं आ रही. इसी वजह से ट्रंप चीन के खिलाफ दुनिया में मोर्चा खोलते नजर आ रहे हैं. उन्होंने इस मामले पर भारत से सहयोग की उम्मीद जताई है और खास बात यह है कि अमेरिका अभी हाल में भारत पर भारी टैरिफ लगाया है.

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Edited By: Shanu Sharma
US on Rare Earth Elements
Courtesy: X (@ricwe123, @MikeSington)

US on China Rare Earth Elements: दुनिया जब से स्थापित हुई तब से वर्चस्व की लड़ाई चली आ रही है. हर कोई अपने पॉवर को दिखाने में जुटा है. आज के समय में ये लड़ाई काफी आगे बढ़ चुकी है. अमेरिका, चीन समेत अधिकतर देश शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. कभी राजनीतिक शक्ति तो कभी आर्थिक शक्ति पेश किए जा रहे हैं. खासकर जब से डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिका की सत्ता में आएं हैं, उन्होंने अमेरिका को सबसे ज्यादा पॉवरफुल कंट्री दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ा है. हालांकि अभी भी एक मामले में अमेरिका चीन से काफी पीछे है. 

चीन रेयर अर्थ मिनरल्स के मामले में दुनिया का सबसे मजबूत देश हैं. चीन के पास भारी मात्रा में रेयर अर्थ मिनरल्स मौजूद है, यह बात डोनाल्ड ट्रंप को रास नहीं  आ रही है. डोनाल्ड ट्रंप अब चाहते हैं कि भारत और यूरोप के देशों के साथ मिलकर वे चीन के रेयर अर्थ मिनरल्स पर नियंत्रण को रोक दें. हालांकि ऐसी परिस्थिति में भारत की ओर मदद भरी निगाहों से देखना काफी दिलचस्प है. 

भारत और यूरोपीय देशों से समर्थन की उम्मीद

डोनाल्ड ट्रंप ने एक ओर कुछ दिनों पहले ही भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ लगाया है. वहीं दूसरी ओर से वे चाहतें है कि भारत उनके चीन के इस मामले पर सहयोग करे. अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट से जब पूछा गया कि अमेरिका रेयर अर्थ मिनरल्स मामले पर चीन के नियंत्रण को कैसे हैंडल करेगा तो उन्होंने जवाब दिया कि हम भारत और यूरोपीय देशों से समर्थन की उम्मीद करते हैं. हालांकि यह बयान सुनने में काफी आम लग रहा है लेकिन भारत जिस स्थिति में अभी है वैसे में अमेरिकी द्वारा यह उम्मीद किया जाना काफी चौकाने वाली बात है. अमेरिका ने भारत के खिलाफ 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जिसकी वजह से भारतीय व्यापारियों को भारी नुकसान पहुंचा है. अमेरिकी वित्त मंत्री बेसेंट ने खुद कई बार भारत के खिलाफ खुलकर बयान दिया है और अब इस मामले में भारत से ऐसी उम्मीद करना अमेरिका की ख़ुदगरजी को साफ दर्शाता है. 

चीन के खिलाफ गंभीर आरोप

बेसेंट ने मीडिया से बात करते हुए इसे चीन बनाम वर्ल्ड घोषित कर दिया. उन्होंने कहा कि चीन एक कमांड एंड कंट्रोल अर्थव्यवस्था है और हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे. उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस मामले में यूरोपीय देशों, भारत और एशिया से समर्थन की उम्मीद की है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम इसपर लगातार निगरानी रख रहे हैं. इतना ही नहीं चीन के खिलाफ बोलते हुए उन्होंने कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि चीन की रेयर अर्थ मिनरल्स निर्यात कोई रोक ना होना केवल अमेरिका के लिए नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए भी खतरा है.

उन्होंने एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप के दावों को दोहराते हुए कहा कि एक ओर अमेरिका विश्व शांति के लिए काम कर रहा है, वहीं चीन द्वारा युद्ध को वित्तपोषित किया जा रहा है. चीन में दुनिया भर के रेयर अर्थ मिनरल्स का लगभग 60 प्रतिशत खनन और 90 प्रतिशत परिष्करण किया जाता है. भारत में भी भारी मात्रा में  रेयर अर्थ मिनरल्स मौजूद है.