जापान एयरलाइंस की फ्लाइट (JL8696) से शंघाई, चीन से टोक्यो, जापान जा रहे यात्रियों ने उस समय भयावह स्थिति का सामना किया, जब उनका बोइंग 737 विमान अचानक 26,000 फीट नीचे गिर गया, जिसके कारण ऑक्सीजन मास्क तैनात करने पड़े.
यात्रियों में दहशत का माहौल
30 जून को शंघाई पुडोंग हवाई अड्डे से टोक्यो के लिए रवाना हुई यह उड़ान जापान एयरलाइंस और उसकी कम लागत वाली सहायक कंपनी स्प्रिंग जापान के कोडशेयर समझौते के तहत संचालित थी. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, विमान में 191 लोग सवार थे. कई यात्रियों को लगा कि विमान दुर्घटनाग्रस्त होने वाला है. कुछ यात्री जो सो रहे थे, वे अचानक जाग गए, जबकि अन्य ने अपनी वसीयत लिखनी शुरू कर दी और प्रियजनों को बैंक पिन और बीमा जानकारी जैसे व्यक्तिगत विवरण भेजे.
A #JapanAirlines #flight from #Shanghai to #Tokyo made an emergency landing at Kansai Airport last night after a cabin depressurization alert. The #Boeing 737-800, carrying 191 people, landed safely. No injuries reported. #China #Japan pic.twitter.com/wCneZ3nkk0
— Shanghai Daily (@shanghaidaily) July 1, 2025
क्या हुआ था उड़ान के दौरान?
एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय समयानुसार शाम 6:53 बजे, विमान में मध्य हवा में एक यांत्रिक समस्या उत्पन्न हुई, जिसके कारण यह लगभग 36,000 फीट से 10 मिनट से भी कम समय में 10,500 फीट तक नीचे आ गया. इस दौरान प्रेशराइजेशन सिस्टम अलर्ट सक्रिय हुआ, जिसके बाद पायलट ने आपातकाल घोषित कर विमान को ओसाका के कंसाई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया. केबिन का दबाव कम होने पर ऑक्सीजन मास्क जारी किए गए. उड़ान के फुटेज में दिखा कि यात्री ऑक्सीजन मास्क पहने हुए घबराए हुए थे, जबकि एक फ्लाइट अटेंडेंट निर्देश दे रहा था.
सुरक्षित लैंडिंग, कोई हताहत नहीं
सौभाग्यवश, विमान रात 8:50 बजे ओसाका में सुरक्षित उतर गया. इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ. बोइंग पर बढ़ती चिंताएं
यह घटना बोइंग विमानों को लेकर बढ़ती चिंताओं को और गहरा करती है. पिछले महीने अहमदाबाद-लंदन मार्ग पर एक बोइंग विमान दुर्घटना में 275 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद बोइंग विमानों से जुड़ी कई अन्य घटनाएं भी सामने आई हैं, जिसने निर्माता की सुरक्षा रिकॉर्ड पर सवाल उठाए हैं.