यूरेशिया का सबसे ऊंचा और सर्वाधिक सक्रिय क्ल्युचेव्स्कॉय ज्वालामुखी बुधवार देर रात 8.8 तीव्रता के भीषण भूकंप के बाद फट गया, जिसने रूस के सुदूर कामचटका प्रायद्वीप को हिलाकर रख दिया और प्रशांत महासागर में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी.
रूसी वैज्ञानिकों ने इस भूकंप को 1952 के बाद से इस क्षेत्र में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप बताया है. यह भूकंप समुद्र में 19.3 किलोमीटर की उथली गहराई पर आया, जिसका केंद्र 160,000 से अधिक की आबादी वाले पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से 119 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित था.
भूकंप के कुछ ही घंटों बाद, क्लुचेव्स्कॉय ज्वालामुखी में गर्जना शुरू हो गई. रूसी विज्ञान अकादमी की संयुक्त भूभौतिकीय सेवा के अनुसार, शक्तिशाली विस्फोटों के साथ, चमकता हुआ लावा इसके पश्चिमी ढलान से नीचे गिरने लगा और मीलों तक एक ज्वलंत चमक दिखाई देने लगी. वैज्ञानिकों का कहना है कि विवर्तनिक रूप से अस्थिर इस क्षेत्र में भूकंपीय और ज्वालामुखीय गतिविधियों का यह क्रम असामान्य नहीं है.
रूसी विज्ञान अकादमी की संयुक्त भूभौतिकीय सेवा ने टेलीग्राम पर जारी एक बयान में कहा, "पश्चिमी ढलान पर जलते हुए गर्म लावा का रिसाव देखा गया है. ज्वालामुखी के ऊपर शक्तिशाली चमक और विस्फोट हो रहे हैं."
भूकंप भोर से ठीक पहले आया, जिससे इमारतें ज़ोरदार तरीके से हिल गईं और दहशत फैल गई. पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की निवासी 25 वर्षीय यारोस्लाव ने कहा, "ऐसा लग रहा था जैसे दीवारें किसी भी पल ढह जाएंगी. भूकंप के झटके कम से कम तीन मिनट तक लगातार जारी रहे."