How Syria conflict Affect the World: सीरीया इस समय गृहयुद्ध के दौर से गुजर रहा है. वहां की सेना विद्रोहियों से मुकाबला कर रही है. इससे पूरे विश्व पर प्रभाव पड़ा है. यह गृह युद्ध ने वैश्विक राजनीतिक समीकरणों और भू-रणनीतिक रणनीतियों पर गहरा प्रभाव डाल सकता है. विशेष रूप से, यह संघर्ष रूस-यूक्रेन के युद्ध और शरणार्थी संकट पर अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डाल सकता है.
सीरिया में हाल ही में हुई घटनाएं, जैसे कि अलेप्पो पर विद्रोहियों का नियंत्रण और उनका दक्षिण की ओर बढ़ना, सरकार के लिए एक बड़ा झटका साबित हो रहा है. यदि विद्रोही होम्स और लेबनान सीमा तक पहुंचने में सफल होते हैं, तो यह न केवल सीरियाई सरकार के लिए बल्कि उनके समर्थकों, विशेष रूप से रूस और ईरान के लिए भी एक बड़ा झटका होगा.
यह क्षेत्रीय समीकरण को और अधिक जटिल बना सकता है. सीरियाई विद्रोहियों द्वारा होम्स पर नियंत्रण से लेबनान में हिजबुल्लाह कमजोर हो सकता है, क्योंकि यह ईरानी आपूर्ति मार्ग से कट जाएगा.
सीरिया में बढ़ते संघर्ष ने एक नई शरणार्थी लहर को जन्म दिया है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 120,000 से अधिक लोग अपने घर छोड़कर उत्तरी क्षेत्रों में शरण ले चुके हैं. यह लहर यूरोप के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है, जैसा कि 2010 के दशक में हुआ था.
लेबनान, जो पहले से ही शरणार्थियों के भारी बोझ तले दबा है, इस नए संकट से और अधिक अस्थिर हो सकता है. इसके अलावा, यूरोपीय संघ को यह सुनिश्चित करना होगा कि शरणार्थियों के लिए सुरक्षित क्षेत्र बनाए जाएं ताकि उन्हें अपने क्षेत्र से बाहर जाने की आवश्यकता न पड़े.
सीरियाई संघर्ष ने रूस की स्थिति को चुनौती दी है, जिसने अपने सैन्य संसाधन यूक्रेन युद्ध के लिए पुनर्नियोजित किए हैं. इससे रूस की सीरिया में पकड़ कमजोर हो सकती है.
तुर्की, जो इस क्षेत्र में कुर्द बलों के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत करना चाहता है, सीरियाई विद्रोहियों को स्वतंत्र सैन्य पहल के रूप में देख रहा है. वहीं, अमेरिका इस संघर्ष का उपयोग सीरिया और यूक्रेन दोनों में रूस की भूमिका को कमजोर करने के लिए कर रहा है.
सीरियाई संघर्ष ने रूस की रणनीतिक क्षमताओं को कमजोर किया है. सीरिया से हथियारों और सैनिकों की पुनर्नियोजन ने यूक्रेन युद्ध में रूस की स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डाला है. इसके साथ ही, रूस और ईरान के बीच प्रतिस्पर्धी उद्देश्यों के कारण तनाव बढ़ सकता है, जिससे रूस की अंतरराष्ट्रीय भूमिका और अधिक कमजोर हो सकती है.
सीरिया का संघर्ष केवल एक क्षेत्रीय संकट नहीं है; यह वैश्विक शक्तियों के लिए एक जटिल समस्या बन चुका है. इसका प्रभाव यूक्रेन युद्ध, यूरोप की शरणार्थी नीति, और रूस, तुर्की और अमेरिका के भू-रणनीतिक एजेंडे पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है.