SKyroot Vikram-1 Rocket Test: स्पेस के क्षेत्र में जब भी प्राइवेट कंपनियों की बात होती है तो सबसे पहले एलन मस्क की स्पेस एक्स का नाम आता है लेकिन अगर आप इंडियन हैं तो आपको पता होना चाहिए कि आपके देश में भी प्राइवेट स्पेस टेक्नोलॉजी कंपनी है जो इतिहास रचने के लिए बिल्कुल तैयार है. स्काई रूट एयरोस्पेस ने इस दिशा में एक और सफलता हासिल की है. कंपनी अपने विक्रम-1 रॉकेट के दूसरे चरण (जिसका नाम कलाम 250) फायर में सफल रही. इस टेस्ट के सफल होने से भारत अपने पहले प्राइवेट ऑर्बिटल रॉकेट लॉन्च की दिशा में एक कदम और बढ़ गया है.
85 सेकेंड के इस टेस्ट में कलाम 250 ने सफलतापूर्वक हर एक स्टेप को पार किया. स्काई रूट एयरोस्पेस अपने पहले सैटेलाइट लॉन्च को लेकर योजना बना रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार इसी साल के अंत तक कंपनी का रॉकेट अपनी पहली सैटेलाइट लेकर अंतरिक्ष की ओर उड़ान भरेगा.
विक्रम 1 तीन चरणों वाला सॉलिड फ्यूल बेस्ड रॉकेट है. दूसरे स्टेज की सफल टेस्टिंग कंपनी के लिए बहुत ही बहुत ही महत्वपूर्ण रही. दूसरे स्टेज में यह चेक किया गया कि कंपनी अपने रॉकेट के जरिए किसी सेटेलाइट को पृथ्वी के घनत्व वातावरण से बाहर निकाल सकती है.
कंपनी के सीईओ पवन चंदना ने दूसरे स्टेज के सफल परीक्षण पर कहा कि यह इंडियन प्राइवेट स्पेस इंडस्ट्री के लिए एक तरह से मील का पत्थर है. हमारी कंपनी द्वारा निर्मित लार्जेस्ट प्रपोल्शन सिस्टम में पहली दफा कार्बन-मिश्रित-निर्मित मोटर का परीक्षण किया गया.
उन्होंने आगे कहा कि हम इसी साल विक्रम 1 को लॉन्च करेंगे. अपने पहले आर्बिटल लॉन्च के लिए हमने कस्टमर से डील भी कर ली है. लॉन्च डेट क्लोज आते ही हम पेलोड्स के बारे में जानकारी देंगे.