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India Daily

ये हैं भारत के फेमस रेड लाइट एरिया; कोलकाता, मुंबई  और दिल्ली के साथ-साथ बनारस भी नहीं अछूता 

भारत में रेड लाइट क्षेत्र एक जटिल सामाजिक और आर्थिक समस्या का प्रतिनिधित्व करते हैं. ये स्थान अक्सर गरीबी, अशिक्षा, और सामाजिक असमानता के परिणामस्वरूप अस्तित्व में आए हैं. इनमें से कई स्थान अपनी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और विशिष्ट सामाजिक संरचना के लिए जाने जाते हैं. बनारस का मडुवाडीह भी ऐसा ही एक क्षेत्र है, जो न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय है.

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Edited By: Reepu Kumari
India Largest Red Light Area
Courtesy: Pinteres

India Largest Red Light Area: भारत में कुछ रेड लाइट एरिया इतिहास, संस्कृति और समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर करते हैं. ये क्षेत्र अक्सर आर्थिक और सामाजिक असमानताओं का प्रतिबिंब होते हैं. 

यह जरूरी है कि समाज इन क्षेत्रों को केवल कलंक के रूप में देखने के बजाय वहां के निवासियों के अधिकारों और उनकी जरूरतों को समझे. भारत के कुछ प्रसिद्ध रेड लाइट एरिया निम्नलिखित हैं. 

1. सोनागाछी, कोलकाता

सोनागाछी एशिया का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है। यहां हजारों यौनकर्मी काम करते हैं. यह क्षेत्र 19वीं शताब्दी से सक्रिय है और अब यहां कई एनजीओ HIV/AIDS रोकथाम और यौनकर्मियों के अधिकारों के लिए काम कर रहे हैं.

2. कमाठीपुरा, मुंबई 

मुंबई का कमाठीपुरा भारत के सबसे पुराने और प्रसिद्ध रेड लाइट एरिया में से एक है. ब्रिटिश काल के दौरान यह क्षेत्र स्थापित हुआ. यह आज भी कार्यरत है और यहां यौनकर्मियों की कई पीढ़ियां रहती हैं.

3. जीबी रोड, दिल्ली

 दिल्ली का जीबी रोड (गर्वी बाई रोड) एक प्रमुख रेड लाइट एरिया है. यह क्षेत्र वेश्यावृत्ति के साथ-साथ लोहे और औद्योगिक सामानों के व्यापार के लिए भी प्रसिद्ध है.  

4. बुधवार पेठ, पुणे 

पुणे का बुधवार पेठ ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण रेड लाइट एरिया है. यह क्षेत्र यौनकर्मियों के साथ-साथ पारंपरिक बाजार के लिए भी प्रसिद्ध है.

5. चमराजपेट, बेंगलुरु 

बेंगलुरु में यह क्षेत्र रेड लाइट गतिविधियों के लिए जाना जाता है. यह क्षेत्र अपने स्थानीय ग्राहकों के साथ-साथ प्रवासियों को भी आकर्षित करता है.

6. बनारस का मडुवाडीह 

मडुवाडीह, वाराणसी में स्थित, एक ऐसा क्षेत्र है जो अपनी पारंपरिक बनावट और गतिविधियों के कारण चर्चित है. यह क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से व्यापार और यातायात का केंद्र रहा है. यहां पर कई महिलाएं, जो सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित हैं, देह व्यापार से जुड़ी हुई हैं. अधिकांश महिलाएं गरीबी, परिवार की जिम्मेदारियों या मजबूरी के चलते इस पेशे में आई हैं.

यह क्षेत्र केवल देह व्यापार के लिए ही नहीं, बल्कि इसकी संस्कृति और सामाजिक समस्याओं के लिए भी जाना जाता है. यहां रहने वाले लोग अपनी जिंदगी को सुधारने के लिए शिक्षा और सरकारी सहायता की आवश्यकता महसूस करते हैं. हालांकि, सरकार और सामाजिक संगठनों द्वारा किए जा रहे प्रयासों से यहां की परिस्थितियां धीरे-धीरे बदल रही हैं.

सामाजिक मुद्दे और सुधार  

रेड लाइट एरिया का अस्तित्व समाज के विभिन्न वर्गों की आर्थिक स्थिति, शिक्षा की कमी और पितृसत्तात्मक सोच को दर्शाता है. हालांकि, हाल के वर्षों में सरकार और गैर-सरकारी संगठन यौनकर्मियों के स्वास्थ्य, अधिकार और पुनर्वास के लिए काम कर रहे हैं.

कानूनी स्थिति  

भारत में वेश्यावृत्ति गैरकानूनी नहीं है, लेकिन इसे नियंत्रित करने वाले कई कठोर नियम हैं. यौनकर्मियों के शोषण और मानव तस्करी को रोकने के लिए सख्त कानून बनाए गए हैं.

रेड लाइट एरिया हमारे समाज का वह पहलू है जिसे अक्सर अनदेखा किया जाता है, लेकिन इन क्षेत्रों से जुड़े सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य मुद्दों का समाधान एक समावेशी समाज की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.