सुप्रीम कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की टिप्पणी पर की गई मौखिक टिप्पणी को लेकर कांग्रेस और INDIA गठबंधन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि न्यायमूर्ति ने 'अनुचित और असंगत' टिप्पणी की है, जिससे राजनीतिक दलों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर प्रश्नचिह्न लगता है.
मामला उस समय गरमा गया जब सुप्रीम कोर्ट ने एक मानहानि मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि 'एक सच्चा भारतीय ऐसा नहीं कह सकता' यह टिप्पणी राहुल गांधी द्वारा भारतीय सेना और चीन के घुसपैठ को लेकर दिए गए बयानों के संदर्भ में आई.
#WATCH | Congress MP Priyanka Gandhi Vadra says, "With all due respect to the judiciary, it is not for them to determine who is a true Indian and who is not. The judges will not decide that. Rahul Gandhi has always respected the army and our soldiers... The LoP's responsibility… pic.twitter.com/72Ru2gXbVW
— ANI (@ANI) August 5, 2025
हालांकि अदालत ने ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही पर रोक लगाई है और राहुल गांधी के वकील द्वारा उठाए गए कुछ मुद्दों पर सुनवाई की सहमति दी है, लेकिन न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता और ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की यह टिप्पणी विपक्ष को नागवार गुजरी.
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि INDIA गठबंधन की बैठक में सभी दलों ने सहमति जताई कि यह टिप्पणी अनावश्यक और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है. उन्होंने इसे न्यायपालिका की भूमिका से बाहर बताया. प्रियंका गांधी ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी जज को यह तय करने का अधिकार नहीं है कि कौन सच्चा भारतीय है.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि हर देशभक्त भारतीय ने 2020 की गलवान झड़प के बाद चीन पर सवाल उठाए हैं लेकिन मोदी सरकार सिर्फ 'डीडीएलजे' नीति पर चल रही है यानी Deny, Distract, Lie, Justify.
राहुल गांधी के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि अदालत का मौखिक अवलोकन सिर्फ प्रतिक्रियाएं प्राप्त करने के लिए होता है, न कि अंतिम निष्कर्ष. उन्होंने कहा कि SC की प्रक्रिया फिलहाल राहुल गांधी के पक्ष में है और सोशल मीडिया पर इसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया.
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने पूछा कि क्या इस टिप्पणी का मतलब है कि नेता अब राष्ट्रीय मुद्दों पर बोल भी नहीं सकते? उन्होंने कहा कि यह विचार करने का विषय है. भक्त चरण दास जो ओडिशा के कांग्रेस प्रमुख हैं उन्होंने ने कहा कि एक न्यायाधीश को राहुल गांधी की भारतीयता पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है. अशोक गहलोत ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि जो नेता देशभर में 4000 किमी पैदल चलकर लोगों से जुड़ता है, उससे बड़ा देशभक्त कौन हो सकता है?