Congress MP Shashi Tharoor: कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने गुयाना की नेशनल असेंबली के स्पीकर से मुलाकात की और इस दौरान भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त संदेश दिया गया. यह प्रतिनिधिमंडल 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत के कड़े रुख और पाकिस्तान के आतंकी कनेक्शन को दुनिया के सामने रखने के लिए गठित सात अंतरराष्ट्रीय टीमों में से एक है.
शशि थरूर ने गुयाना की राजधानी जॉर्जटाउन में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन कमजोरी नहीं दिखाएगा. उन्होंने कहा, 'हम ताकत के साथ शांति चाहते हैं, डर की वजह से नहीं. हम डरते नहीं कि वो फिर हमला करेंगे. अगर दोबारा हमला हुआ, तो उन्हें पहले से भी ज्यादा करारा जवाब मिलेगा.'
उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए बताया कि आतंकियों का मकसद भारत में हिंदू-मुस्लिम समुदाय के बीच तनाव फैलाना था, लेकिन इसमें वे बुरी तरह नाकाम रहे. शशि थरूर ने कहा, 'हमारे सभी समुदाय एकजुट रहे. चार दिन के संघर्ष के दौरान जो सैन्य अधिकारी मीडिया को जानकारी दे रहे थे, उनमें से दो महिला अधिकारी थीं और एक मुस्लिम थीं. इससे यह साफ संदेश गया कि यह लड़ाई धर्म की नहीं, आतंकवाद के खिलाफ है.'
इस दौरान गुयाना संसद के स्पीकर मन्जूर नादिर ने भी कहा, 'गुयाना भारत के लोकतंत्र और वैश्विक दक्षिण में उसके योगदान का सम्मान करता है.' गौरतलब है कि 7 मई को भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया था, जो 22 अप्रैल को पाक समर्थित आतंकवादियों द्वारा किए गए पहलगाम हमले के जवाब में एक निर्णायक सैन्य कार्रवाई थी. इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी.