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महंगे टिकट, मैदान पर कम टाइम और बदहाल व्यवस्था... मेसी के कोलकाता साल्ट लेक स्टेडियम कार्यक्रम में बवाल की इनसाइड स्टोरी

पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी का बहुप्रचारित कार्यक्रम अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गया. अत्यधिक अपेक्षाएं, कमजोर संचालन और भीड़ नियंत्रण करने के लिए खास इंतजाम ना होने के कारण भव्य कार्यक्रम अराजकता में बदल गया.

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Edited By: Anuj
 Lionel Messi’s event

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी का बहुप्रचारित कार्यक्रम अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गया. अत्यधिक अपेक्षाएं, कमजोर संचालन और भीड़ नियंत्रण करने के लिए खास इंतजाम ना होने के कारण भव्य कार्यक्रम अराजकता में बदल गया.

आयोजन में कहां चूक हुई?

लियोनल मेसी का कोलकाता आगमन भारतीय फुटबॉल प्रशंसकों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण माना जा रहा था. साल्ट लेक स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम को भव्य प्रदर्शन, प्रदर्शनी मैच और 'गोट टूर' के खास पल के रूप में पेश किया गया था, लेकिन यह उत्सव जल्द ही अव्यवस्था और असंतोष में बदल गया. सवाल यह नहीं रहा कि प्रशंसकों ने क्या किया, बल्कि यह कि आयोजन में कहां चूक हुई? 

मैदान पर समय सीमित 

मेसी का मैदान पर समय सीमित था. एक चक्कर, हाथ हिलाना और दर्शकों का अभिवादन. हजारों दर्शक उसी पल के लिए पहुंचे थे. जब यह क्षण छोटा और बाधित लगा, तो लोगों को लगा कि प्रचार और वास्तविकता में अंतर है. सीमित उपस्थिति अपने आप में समस्या नहीं थी, समस्या यह थी कि इसे स्पष्ट रूप से संप्रेषित नहीं किया गया.

उत्साह का निराशा में बदलना

मेसी के चारों ओर सुरक्षा और अधिकारियों का घेरा लगातार बना रहा. स्टेडियम जैसे खुले स्थान में दृश्यता सबसे अहम होती है. जब दर्शक अपने नायक को ठीक से देख नहीं पाते, तो उत्साह जल्दी निराशा में बदल जाता है. यह माहौल सार्वजनिक जश्न से अधिक एक बंद वीआईपी मार्ग जैसा प्रतीत होने लगा.

महंगे टिकट और बढ़ता दबाव

टिकटों की कीमतें अपेक्षाकृत ज्यादा थी. अधिक कीमतें केवल प्रवेश नहीं, बल्कि अनुभव का वादा भी करती हैं. जब दर्शकों को लगा कि उन्हें पूरा अनुभव नहीं मिला, तो असंतोष तेजी से बढ़ा. यही कारण है कि मामूली अव्यवस्थाएं भी बड़े टकराव का रूप ले लेती हैं.

लंबा इंतजार, कमजोर ढांचा

कार्यक्रम की संरचना ही नाजुक थी. प्रदर्शनी मैच और मेसी की विशेष उपस्थिति के बीच लंबा अंतर था. समय-सारणी में देरी और स्टेडियम के भीतर स्पष्ट सूचना के अभाव ने बेचैनी बढ़ाई. जैसे ही मुख्य आकर्षण प्रभावित हुआ, तनाव बाहर आने लगा और स्थिति नियंत्रण से बाहर निकल गई.

भीड़ नियंत्रण की असफलता

मैदान की ओर वस्तुएं फेंके जाने और बैरिकेड्स पर दबाव ने सुरक्षा व्यवस्था की कमियों को उजागर किया. हंगामे के चलते सुरक्षा व्यवस्था भी सवाल खड़े होने लगे. यह घटना प्रशंसकों की नहीं, बल्कि एक ऐसे आयोजन की कहानी है, जो अपने ही दबाव को संभाल नहीं सका.

फैंस में भारी गुस्सा

आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्ध फुटबॉलर लियोनल मेसी इस समय भारत के तीन दिनों के दौरे पर हैं. इसके पहले दिन वे कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम पहुंचे, जहां पर उन्होंने अपनी 70 फीट स्टैच्यू का अनावरण किया. हालांकि, इस दौरान वे स्टेडियम में बस कुछ ही समय के लिए रुके, जिसके बाद फैंस में गुस्सा देखने को मिला. इसके बाद फैंस तोड़फोड़ करने लगे और अब कार्यक्रम के आयोजक को गिरफ्तार कर लिया गया है.

मेसी का भारत दौरा

महान फुटबॉलर मेसी आज से तीन दिवसीय भारत दौरे पर हैं. कोलकाता के बाद वे दिल्ली, हैदराबाद और मुंबई जैसे शहरों का दौरा करेंगे. हालांकि, पहले ही दिन बड़ी अनहोनी हो गई और खराब मैनजमेंट की वजह से फैंस ने स्टेडियम में तोड़फोड़ की. इसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल बुलाना पड़ा और तब फैंस को शांत कराया जा सका.