केरल के स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजों ने राज्य की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है. तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने परिणामों को स्पष्ट जनादेश बताते हुए लोकतांत्रिक परंपरा की सराहना की है. उन्होंने जहां राज्यभर में यूडीएफ के प्रदर्शन को उत्साहजनक बताया, वहीं राजधानी तिरुवनंतपुरम में बीजेपी की जीत को ऐतिहासिक और संकेतक बदलाव माना.
शशि थरूर ने एक्स पर लिखा कि केरल के स्थानीय स्वशासन चुनावों के नतीजे चौंकाने वाले और प्रेरक हैं. उनके अनुसार मतदाताओं ने साफ संदेश दिया है और राज्य की लोकतांत्रिक चेतना पूरी मजबूती से सामने आई है.
थरूर ने कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (UDF) को बधाई देते हुए कहा कि गठबंधन ने 2020 के चुनावों की तुलना में कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है. उन्होंने इसे निरंतर मेहनत, स्पष्ट राजनीतिक दिशा और सत्ता विरोधी माहौल का नतीजा बताया.
कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले तिरुवनंतपुरम नगर निगम में बीजेपी के उभार को थरूर ने “उल्लेखनीय बदलाव” बताया. उन्होंने पार्टी को ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए बधाई दी और कहा कि राजधानी की राजनीति में यह एक बड़ा मोड़ है.
थरूर ने कहा कि उन्होंने एलडीएफ के लंबे शासन में बदलाव के लिए प्रचार किया था, लेकिन मतदाताओं ने किसी और विकल्प को चुना. उनके मुताबिक यही लोकतंत्र की खूबसूरती है, जहां जनता का फैसला सर्वोपरि होता है.
गौरतलब है कि 101 सदस्यीय नगर निगम में बीजेपी ने 50 वार्ड जीतकर सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा हासिल किया. एलडीएफ को 29 और यूडीएफ को 19 सीटें मिलीं. राज्यभर में यूडीएफ बढ़त में रहा, जबकि कोच्चि सहित कई इलाकों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया.