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BPSC Exam Cancelled: बिहार के कई लाख युवाओं का भविष्य चौपट, EoU की रिपोर्ट पर BPSC ने रद्द की परीक्षा

BPSC Exam Cancelled: बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण की परीक्षा रद्द कर दी है. बीपीएससी ने आर्थिक अपराध इकाई की ओर से दिए गए सबूत के आधार पर यह फैसला लिया है.

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Shiv Pujan Jha
BPSC

BPSC Exam Cancelled: रोजगार मतलब नीतीश सरकार, नीतीश कुमार मतलब युवाओं को रोजगार. बिहार का यह फेमस स्लोगन हमारे नहीं हैं, बल्कि सूबे के मुखिया नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह दावा है कि युवाओं को रोजगार सिर्फ और सिर्फ हमारी सरकार ही देता है. हालांकि, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी कुछ इस तरह के ही दावे करते हैं.

बिहार में नौकरी देने के इन दावों के बीच BPSC परीक्षा में बीते दिनों पेपर लीक का मामला सामने आया था. पेपर लीक की खबर सरकार के इन सभी दावों को चुनौती दे डाली है. बिहार के भविष्य यानी, लाखों युवाओं के साथ कैसा खिलवाड़ हुआ है,उसका यह प्रमाण है.

दरअसल, 15 मार्च को बिहार में बीपीएससी शिक्षक भर्ती की परीक्षा रद्द कर दी गई है. बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण (TRE-3.0) की परीक्षा 15 मार्च, 2024 को 02 (दो) पालियों में कराई थी जिसमें पेपर लीक होने की खबर सामने आई थी.

आयोग ने परीक्षा को किया रद्द 

जानकारी के अनुसार इस परीक्षा का सवाल एग्जाम पहले ही आउट हो गया था, जिसके बाद इस मामले में जांच की जा रही थी. इसी बीच आयोग ने इस परीक्षा को रद्द कर दिया है. परीक्षा को रद्द करने के साथ-साथ आयोग ने कहा है कि जल्द ही परीक्षा की नई तारीखों का एलान किया जाएगा. बता दें कि इस मामले में बिहार पुलिस आए दिन नए-नए खुलासे कर रही थी. 

BPSC ने जारी किया नोटिफिकेशन

इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है जिसके बाद आयोग ने परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया. परीक्षा को रद्द करने के संबंध में बीपीएससी की ओर से एक नोटिफिकेशन भी जारी की गई थी. बीपीएससी ने एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा था कि 15 मार्च को आयोजित दोनों पालियों की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. इस परीक्षा में कई लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे जिनकी भविष्य अब चौपट हो गई है.

266 लोगों को भेजा गया जेल

शिक्षक भर्ती परीक्षा के एक दिन बाद आर्थिक अपराध इकाई ने एक रिपोर्ट में इस बात को लेकर दावा किया है कि परीक्षा से एक दिन पहले ही तीसरे चरण की परीक्षा का पेपर लीक हो गया था. ईओयू का दावा है कि परीक्षा से पहले सवाल और जवाब उपलब्ध कराने के लिए अभ्यर्थियों से दस-दस लाख रुपए लिए गए थे. इस मामले में ईओयू की टीम ने 313 लोगों को हिरासत में लिया था जिसमें से 266 लोगों को जेल भेजा गया है.

BPSC ने ईओयू से मांगे थे ठोस सबूत

बीपीएससी ने रविवार को एक प्रेस रिलीज जारी कर ईओयू से पेपर लीक मामले में ठोस सबूत देने की मांग की है. इसके बाद ईओयू ने बीपीएससी को पेपर लीक से संबंधित ठोस साक्ष्य उपलब्ध करवाया और फिर बिहार लोक सेवा आयोग ने इस परीक्षा को रद्द कर दिया.