नई दिल्ली: मणिपुर में हालात फिर से बगड़ते दिख रहे हैं. बुधवार को भीड़ ने भाजपा कार्यलय पर हमला बोल दिया और आग लगा दी. दरअसल, गुरुवार को उग्र भीड़ ने थौबल जिले में बीजेपी मंडल कार्यालय को आग लगा दी. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने आग पर काबू पाया. तब तक भीड़ ने कार्यालय के गेट को भी नष्ट कर दिया, खिड़कियां तोड़ दीं और परिसर के भीतर खड़े एक वाहन की विंडशील्ड को क्षतिग्रस्त कर दिया.
हालांकि, यह पहला मामला नहीं है जब बीजेपी कार्यालय पर हमला किया गया हो. इससे पहले जून में राज्य में बढ़ते जातीय तनाव के बीच उपद्रवियों ने तीन भाजपा कार्यालयों में तोड़फोड़ की थी.
बता दें कि छह जुलाई से लापता दो छात्रों की हत्या के विरोध में बुधवार को स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया. इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई. भीड़ को काबू करने के लिएओ पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया. इसमें 45 लोग घायल हुए.
इंफाल में लगातार दूसरे दिन दो छात्रों के अपहरण और हत्या के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी रहने के कारण सैकड़ों छात्रों ने बुधवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के आवास की ओर मार्च किया. हालांकि, राज्य पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स सहित सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और धुआं बम का इस्तेमाल किया.
मणिपुर सरकार ने राज्य के पहाड़ी इलाकों में AFSPA का बढ़ा दिया गया है. अब ये कानून एक अक्टूबर तक जारी रहेगा. हालांकि इसमें घाटी के 19 पुलिस स्टेशनों को शामिल नहीं किया गया है.
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