Piles Treatment: अगर शौच के वक्त खून आता है और तेज जलन या दर्द महसूस होता है, तो यह खूनी बवासीर (Piles) का साफ इशारा हो सकता है. यह एक ऐसी स्थिति है, जो ना सिर्फ शरीर को थका देती है बल्कि रोजमर्रा की ज़िंदगी को भी मुश्किल बना देती है. खासकर गर्मियों या कब्ज के दौरान ये परेशानी और भी ज्यादा बढ़ जाती है.
खूनी बवासीर में लगातार ब्लीडिंग होना चिंता का विषय बन सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. सही खानपान, पेट को ठंडा रखने के घरेलू उपाय और थोड़ी सी सावधानी से इस दर्दनाक समस्या में काफी हद तक राहत पाई जा सकती है. आइए जानते हैं कैसे करें इसे कंट्रोल.
खूनी बवासीर होने के पीछे सबसे आम कारण है लंबे समय तक बनी रहने वाली कब्ज. जब मल सख्त होता है, तो उसे बाहर निकालने के लिए दबाव बनाना पड़ता है, जिससे रेक्टम की नसों में सूजन आ जाती है और खून निकलने लगता है. मसालेदार खाना, तली-भुनी चीजें और पानी की कमी इस स्थिति को और बिगाड़ देती है. लंबे समय तक बैठकर काम करना या बार-बार शौच के दौरान ज़ोर लगाना भी इसकी वजह हो सकता है.
बवासीर की जड़ पेट की गर्मी है, इसलिए इसे शांत रखना बेहद जरूरी है. इसके लिए सबसे पहले पानी की मात्रा बढ़ाएं. नींबू पानी, बेल का शरबत, नारियल पानी और छाछ जैसे तरल पदार्थ शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं. इसके अलावा खाली पेट 1-2 भीगी हुई अंजीर खाना और गुनगुना पानी पीना पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है. एलोवेरा जूस और त्रिफला चूर्ण का सेवन भी पेट साफ रखने और सूजन कम करने में असरदार है.
बवासीर में तुरंत राहत के लिए ठंडी बैठकी (सिट्ज बाथ) बहुत फायदेमंद होती है. इसके लिए एक टब में ठंडा पानी भरें और उसमें 10-15 मिनट तक बैठें. इससे सूजन और जलन में आराम मिलता है. साथ ही रोजाना सुबह खाली पेट 1 चम्मच देसी घी गर्म पानी के साथ लेना भी असरकारी उपाय है. मसालेदार भोजन, मांसाहार और शराब से दूरी बनाएं और ज्यादा से ज्यादा फाइबर युक्त चीजें खाएं.
नोट: यहां दी गई तमाम जानकारी अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट से ली गई हैं. इंडिया डेली इसकी पुष्टी नहीं करता है. किसी भी सलाह को मानने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें.