बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति, व्यवसायी राज कुंद्रा, एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार, उन पर 60 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगा है. राज कुंद्रा ने जांचकर्ताओं को बताया कि 2016 की नोटबंदी नीति के कारण वे कर्ज चुकाने में असमर्थ रहे, जिसके चलते यह मामला सामने आया. एक रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) इस मामले की जांच कर रही है.
धोखाधड़ी का आरोप
मामला मुंबई के व्यवसायी और लोटस कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज के निदेशक दीपक कोठारी की शिकायत से शुरू हुआ. कोठारी ने आरोप लगाया कि शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा ने उनकी कंपनी, बेस्ट डील टीवी प्राइवेट लिमिटेड, के लिए दिए गए 60 करोड़ रुपए के निवेश का दुरुपयोग किया. यह कंपनी अब बंद हो चुकी है. कोठारी का दावा है कि अप्रैल 2015 में उन्होंने 31.95 करोड़ रुपए और सितंबर 2015 में 28.53 करोड़ रुपए का निवेश किया, जो बेस्ट डील टीवी के बैंक खातों में जमा किया गया. शुरुआत में 12% ब्याज दर पर सहमति बनी थी, लेकिन बाद में कुंद्रा और शेट्टी ने इसे निवेश के रूप में मानने का अनुरोध किया, जिसमें मासिक रिटर्न और मूलधन की वापसी का वादा था. हालांकि, कोठारी का कहना है कि कंपनी के खिलाफ दिवालियापन कार्यवाही शुरू होने के बाद शिल्पा शेट्टी ने निदेशक पद छोड़ दिया, और उनके बार-बार प्रयासों के बावजूद पैसा वापस नहीं मिला.
बॉम्बे हाईकोर्ट का सख्त रुख
बुधवार को बॉम्बे हाईकोर्ट ने शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा की याचिका पर सुनवाई की, जिसमें उन्होंने लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) हटाने की मांग की थी ताकि वे विदेश यात्रा कर सकें. मुख्य न्यायाधीश चंद्रशेखर और जस्टिस गौतम अंखद की खंडपीठ ने साफ कहा कि जब तक पूरे 60 करोड़ रुपए जमा नहीं किए जाते, तब तक विदेश यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी. कोर्ट ने यह भी टिप्पणी की कि दोनों की जांच में सहयोग के कारण ही उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
ओडब्ल्यू की जांच अभी जारी है. कोठारी का आरोप है कि शिल्पा और राज ने उनके निवेश का उपयोग निजी खर्चों के लिए किया, जो कि धोखाधड़ी का स्पष्ट मामला है. इस मामले ने न केवल बॉलीवुड, बल्कि व्यापारिक जगत में भी हलचल मचा दी है.