menu-icon
India Daily
share--v1

पीएम मोदी की मिमिक्री कर रातोरात हुए फेमस, अब वाराणसी में उन्हीं को देंगे टक्कर, कौन हैं श्याम रंगीला?

श्याम रंगीला ने कहा है कि जब राजनीति में कॉमेडी घुस गई है तो क्यों न कॉमेडी से ही राजनीति करूं. रंगीला, एक मिमिक्री आर्टिस्ट हैं, जिन्हें रातोरात पीएम की मिमिक्री करके फेम मिला था.

auth-image
India Daily Live
Shyam Rangeela
Courtesy: Social Media

सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं और श्याम रंगीला के बारे में जानते नहीं हैं, ऐसा तो होने वाला नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मिमिक्री करके देशभर में छाए श्याम रंगीला, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. वे प्रधानमंत्री मोदी के धुर आलोचक रहे हैं और उनके अंदाज में ही लोगों को व्यंग के जरिए लोगों हंसाते भी हैं. श्याम रंगीला कई टीवी चैनलों पर आ चुके हैं, उन्हें कई शोज में भी बुलाया जाता है. अब इस फनकार ने सोच लिया है कि नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ही आकर चुनाव लड़ना है.

श्याम रंगीला ने खुद इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में इसका खुलासा किया है. उन्होंने कहा है, 'हम ये कहने के लिए खड़े होंगे कि लोकतंत्र को खतरे में नहीं आने देंगे. लोगों को वोट के लिए यहां ऑप्शन मिलेगा. अगर हर कोई नॉमिनेशन वापस ले लेगा, मेरा नाम फिर भी वहां मौजूद रहेगा.'

श्याम रंगीला ने कहा है कि उन्हें ई़डी की रेड का डर नहीं है. अगर उनके बैंक खातों को चेक किया जाता है तो भी कुछ नहीं निकलेगा. उन्होंने कहा, 'मैं असली फकीर हूं, जो झोला उठाकर चल देगा जी. मैं 2016 से 17 के बीच भक्त था, लेकिन मेरे ऊपर ही प्रतिबंध लगा दिया गया. मुझे वो नहीं करने दिया जा रहा था जो मैं करता हूं. मुझे टीवी शोज के ऑफर मिलते, जब मैं पहुंचता तो मेरी स्क्रिप्ट ही बदल दी जाती. हर शो में ऐसा हो रहा था.'

श्याम रंगीला ने कहा, 'यह बार-बार हो रहा था. अब राजनीति में कॉमेडी हो रही है. जब लोग राजनीति के जरिए कॉमेडी कर रहे हैं, इसलिए मैं राजनीति के जरिए कॉमेडी करूंगा.'

कौन हैं श्याम रंगीला?

श्याम रंगीला 29 साल के हैं और वे राजस्थान के रहने वाले हैं. वे कॉमेडियन और मिमिक्री आर्टिस्ट हैं. उन्होंने साल 2022 में आम आदमी पार्टी जॉइन की थी लेकिन फिर रास्ते अलग हो गए. वे कहते हैं निर्दलीय रहना, खुद का मालिक होना है.

वाराणसी से ही क्यों लड़ रहे चुनाव?

श्याम रंगीला का कहना है कि जब दुनिया की नजर वाराणसी पर है तो वे भी वहीं से दांव खेलेंगे. वहां एक मोदी जी के खिलाफ कोई माहौल नहीं है, ऐसे मैं उन्हें चुनौती दूंगा. उनका कहना है कि अगर लोग मोदी जो को वोट कर सकते हैं तो उन्हें भी वोट कर सकते हैं.