अगर आप या आपके बच्चे 2026 में कॉलेज जाने की तैयारी कर रहे हैं, तो सिर्फ यूनिवर्सिटी ही नहीं, शहर का चुनाव भी बड़ा मुद्दा है. जहां एक ओर शिक्षा की लागत हर साल बढ़ती जा रही है, वहीं स्टूडेंट्स ऐसे शहर की तलाश में रहते हैं जो पढ़ाई के साथ-साथ जेब पर भी हल्का पड़े. दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहर सिर्फ कॉलेजों के लिए नहीं, बल्कि रहने के खर्च, नौकरी के मौकों और लाइफस्टाइल के लिए भी जाने जाते हैं.
QS Best Student Cities 2026 की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली सबसे किफायती शहर है, लेकिन क्या केवल कम खर्च होने से ही वो सबसे बेहतर है?
दिल्ली ने किफायती स्कोर में बाजी मारी है. यहां छात्र किराए पर सस्ते कमरे ले सकते हैं, मेट्रो में सस्ती यात्रा कर सकते हैं और सड़कों पर मिलने वाले खाने से पेट भी भर सकते हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी और जेएनयू जैसी यूनिवर्सिटियां बेहद कम फीस में बढ़िया शिक्षा देती हैं.
लेकिन छात्रों के अनुभव के मामले में दिल्ली थोड़ा पीछे है. सिर्फ़ 17.8 का स्कोर दिखाता है कि सुरक्षा, प्रदूषण और ट्रैफिक जैसे मुद्दे छात्रों की चिंता बढ़ाते हैं. यानी खर्च कम ज़रूर है, लेकिन लाइफस्टाइल थोड़ा संघर्षपूर्ण हो सकता है.
मुंबई QS रैंकिंग में सबसे ऊपर है – यानी पढ़ाई के साथ जिंदगी को एन्जॉय भी करना है तो ये शहर ठीक है. यहां कॉलेज शानदार हैं, लोकल ट्रेनें ट्रैवल को आसान बनाती हैं और करियर के मौके हर कोने में बिखरे हैं.
हालांकि यहां रहना सस्ता नहीं है. खासतौर पर सेंट्रल एरिया में किराए काफी महंगे हैं. लेकिन फिर भी यहां के सोशल और प्रोफेशनल एक्सपीरियंस के कारण छात्र इसे पसंद करते हैं. एकदम बॉलिवुड और कॉरपोरेट का मिक्स पैक है मुंबई.
बेंगलुरु उन छात्रों के लिए बेहतरीन है जो टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में करियर बनाना चाहते हैं. यहां का मौसम सबसे बढ़िया है, कैफे कल्चर और को-वर्किंग स्पेस भी छात्रों के लिए दोस्ताना हैं. यहां रहने का खर्च मुंबई से कम और दिल्ली के आसपास है.
सबसे बड़ी बात ये है कि छात्रों की संतुष्टि स्कोर में बेंगलुरु सबसे आगे है यानी जो वहां पढ़ने गए हैं, वे बहुत खुश हैं. स्टार्टअप से लेकर बड़ी आईटी कंपनियों तक, पढ़ाई के बाद करियर बनाने के मौके भी ढेरों हैं.