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India Daily

भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की घोषणा से कारोबारी भरोसा बढ़ा: गोयल

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत की घोषणा से दोनों देशों में कारोबारी विश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि इससे उनकी प्रतिस्पर्धी करने की ताकत का लाभ उठाकर आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने में मदद मिल सकती है.

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Edited By: Anvi Shukla
piyush goyal
Courtesy: social media

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की घोषणा को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि इस समझौते से दोनों देशों के बीच कारोबारी विश्वास को मजबूती मिलेगी और यह भारतीय उद्योग के लिए नए अवसर पैदा करेगा. 

भारत और अमेरिका के बीच यह व्यापार समझौता दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है. गोयल ने कहा, "यह समझौता दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में एक नया अध्याय शुरू करेगा और इससे भारत की व्यापारिक स्थिति को वैश्विक स्तर पर और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा." भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए यह समझौता कई क्षेत्रों में सहयोग की संभावना को बढ़ाता है, जिसमें कृषि, तकनीकी उत्पाद, स्वास्थ्य, और रक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं. 

गोयल ने इस समझौते पे कहा:

गोयल ने इस समझौते के तहत कारोबारियों का भरोसा बढ़ने की बात भी की. उन्होंने कहा, "यह समझौता भारतीय व्यापारियों और उद्यमियों को अमेरिका में व्यापार करने के लिए प्रोत्साहित करेगा और उन्हें नए व्यापारिक अवसर प्रदान करेगा. इससे ना केवल दोनों देशों के व्यापार में वृद्धि होगी, बल्कि इससे भारत के उद्योगों के लिए वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा."

आर्थिक सहयोग में बढ़ावे की उम्मीद:

इस समझौते के बाद, दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग में तरक्की की संभावना है. भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंधों में यह समझौता एक अहम मोड़ साबित हो सकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां पहले दोनों देशों के बीच कुछ अंतर थे. गोयल ने यह भी बताया कि भारत सरकार लगातार ऐसे कदम उठा रही है, जो भारतीय उद्योग को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाए और आर्थिक विकास को गति प्रदान करें. 

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की घोषणा से दोनों देशों के बीच रिश्तों में नए आयाम खुलेंगे. इस समझौते से कारोबारी वातावरण में विश्वास बढ़ेगा और भारतीय उद्योगों के लिए वैश्विक बाजार में नए अवसर पैदा होंगे. गोयल का यह बयान भारत के आर्थिक भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत है.