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बाजार में लौटेगी तेजी या जारी रहेगी गिरावट, निवेश से पहले जान लें एक्सपर्ट्स की राय

रविवार को विश्वकप के फाइनल मुकाबले में भारत को मिली करारी हार के बाद सोमवार को भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिली.

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Sagar Bhardwaj
बाजार में लौटेगी तेजी या जारी रहेगी गिरावट, निवेश से पहले जान लें एक्सपर्ट्स की राय

 Stock Market: रविवार को विश्वकप के फाइनल मुकाबले में भारत को मिली करारी हार के बाद सोमवार को भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिली. बीते कुछ महीनों से विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं, जिसकी वजह से शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है.

ऐसे में इन्वेस्टर्स निवेश को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं. उन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि निवेश को लेकर क्या रणनीति बनाई जाए. अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं और अगर आपके दिमाग में भी यही सवाल है तो हम आपकी दुविधा दूर किये देते हैं.

मार्केट की चाल पर क्या बोले एक्सपर्ट्स

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस सप्ताह घरेलू स्तर पर किसी बड़े घटनाक्रम की गैरमौजूदगी में शेयर बाजार काफी हद तक वैश्विक रुझानों से ही तय होंगे. विदेशी निवेशकों की कारोबारी गतिविधियों, वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए की स्थिति भी घरेलू शेयर बाजारों की चाल को प्रभावित करेगी.

बाजार में तेजी लौटने की उम्मीद

स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि अभी वैश्विक संकेत स्पष्ट नहीं हैं, ऐसे में भारतीय बाजर में तेजी या मंदी अमेरिकी बॉन्ड के प्रतिफल, डॉलर सूचकांक और कच्चे तेल की कीमतों के साथ-साथ संस्थागत निवेश पर निर्भर करेगा.  

उन्होंने कहा कि 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणाम बाजार की स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं और उस समय तक बाजार का एक स्पष्ट रुझान सामने आ सकता है. उन्होंने कहा कि अगस्त से ही विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) बड़े पैमाने पर भारतीय बाजारों से पूंजी निकाल रहे हैं.

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (टेक्निकल रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा कि वैश्विक संकेत काफी हद तक इस प्रवृत्ति को तय कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि यह प्रवृत्ति आने वाले सप्ताह में भी जारी रहेगी.

विदेशी निवेशक निकाल रहे पूंजी

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि अगस्त से लेकर 15 नवंबर तक FPI कुल 83,422 करोड़ रुपए के शेयरों की शुद्ध बिकवाली कर चुके हैं. हालांकि इस दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 77,995  करोड़ रुपए के शेयर खरीदे हैं.

डीआईई के साथ व्यक्तिगत निवेशकों की खरीदारी ने एफपीआई की बिक्री को पूरी तरह से बेअसर किया है. यही कारण है कि NSE का निफ्टी इंडेक्स एक बार फिर 19,700 के पास मौजूद है जहां से वह अगस्त में शुरू हुआ था.

ये फैक्टर करेंगे बाजार को प्रभावित

सोमवार को एनएसई का निफ्टी-50 37.8 अंकों की गिरावट के साथ 19,694 पर बंद हुआ. वहीं बीएसई के सेंसेक्स में 139.58 अंकों की गिरावट देखी गई.

मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि बाजार की चाल वैश्विक और घरेलू व्यापक-आर्थिक आंकड़ों, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स, क्रूड ऑयल रिजर्व, FII और DII के निवेश रुझान और डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल पर निर्भर करेगी.

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