Earthquake Light: हाल ही मोरक्को में आए भयानक भूकंप ने भारी तबाही मचाई. अभी तक की रिपोर्ट के अनुसार इसमें 26 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. ये आंकड़ा बेहद डरावना है. इसे लेकर एक बात कही जा रहा है कि जब भूकंप आया तो उससे कुछ क्षण पहले आसमान में रहस्यमई बिजली दिखी. इसे लेकर तरह-तरह की बातें कई जा रही हैं. कोई कह रहा है कि ये दैवीय शक्ति थी. इस बात को लेकर बहस छिड़ गई है. आइए इसे समझने की कोशिश करते हैं.
भूकंप आने से पहले आसमान में जो बिजली चमकती है वैज्ञानिक भाषा में उसे अर्थक्वेक लाइट (earthquake light) कहा जाता है. मोरक्को में जो भूकंप आया था उसकी तीव्रता 6.8 मैग्नीट्यूड थी.
मोरक्को में आए भूकंप से पहले बिजली चमकने की खबर वाशिंगटन पोस्ट ने भी छापी. इस बारे में वैज्ञानिकों ने भी अपने तर्क दिए हैं. उनका कहना है कि भूकंप जैसी प्राकृतिक घटनाएं हमारे वायुमंडल में कई तरह की प्रकाशिक घटनाएं पैदा कर सकते हैं.
विज्ञान की मानें तो भूकंप की अपनी बिजली होती है जो तरह-तरह की रोशनी पैदा कर सकती है. ये बिजली पृथ्वी से आसमान तक का सफर तय करती है. ये धरती के भीतर भूकंपीय गतिविधि (seismic activity) से जुड़ी विद्युत आवेशों द्वारा सक्रिय होती है.
भौतिक विज्ञान के वैज्ञानिक Jerome Isaac Friedman कहते हैं कि भूकंप के दौरान जो भी रौशनी हमें दिखती है वह पृथ्वी के टेक्टोनिक प्लेट की हलचल से उत्पन्न होती हैं.
भूकंप में दिखी रोशनी के इतिहास की बात करें तो इतिहास के पन्नों में दर्ज तथ्यों के अनुसार साल 869 में पहली में जापान के सैनरिकु क्षेत्र में आए भूकंप दौरान आकाश में रोशनी देखी गई थी. इसके बाद साल 1957 में आए कालापना भूकंप में आकाश में सफेद रोशनी नीले रंग में बदलती दिखी थी. 2008 में सिचुआन में आए भूकंप के दौरान भी रोशनी देखी गई थी. कहा ये भी जाता है कि भूकंपीय बिजली की रौशनी की चमक आसमान में कई मिनट तक बनी रह सकती है.
संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (United States Geological Survey) की मानें तो भूकंप आने से पहले या बाद में आसमान में दिखने वाली अजीब तरह की बिजली को भूकंप रोशनी कहते हैं. हालांकि, अभी तक इस बात की पुष्टि पूरी तरह से नहीं हो सकी है. वैज्ञानिक इस पर अभी शोध कर रहे हैं.
मुख्यतः जब भूकंप की तीव्रता अधिक होती है तभी आसमान में उसकी बिजली दिखाई देती है. कहा जाता है कि जब भी भूकंप की तीव्रता 5 या उससे अधिक होती है तो रोशनी के चांसेस ज्यादा होते हैं.
आए दिन पृथ्वी पर इसी तरह की प्राकृतिक आपदाएं आ रही है. कहीं भूकंप, कहीं तूफान तो कहीं बारिश तो कहीं सूखा. पृथ्वी अनेकों प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं को झेल रही है.
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