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यहां बाहरी लोगों के आने पर है पाबंदी, गलती से भी रख दिया कदम तो हो सकती है मौत!

North Sentinel Island: उत्तर सेंटिनल द्वीप दक्षिण अंडमान जिले के अंतगर्त आता है. यहां पर किसी बाहरी इंसान के आने की इजाजत नहीं है. यहां निवास करने वाली जनजाति का संपर्क बाहरी दुनिया से बिल्कुल भी नहीं है.

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Gyanendra Tiwari
यहां बाहरी लोगों के आने पर है पाबंदी, गलती से भी रख दिया कदम तो हो सकती है मौत!

नई दिल्ली.  दुनिया में कई तरह की प्रजातियां पाई जाती है. मनुष्य को सबसे उत्तम प्रजाती माने जाते हैं. मानवों में भी अलग-अलग धर्म पाए जाते हैं. हर एक क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों के अपने नियम कायदे और कानून होते हैं. अगर आप उनके इलाकों में जाते हैं तो वहां पर आपको उन्हीं के हिसाब से चलना होता है. अगर अपना दिमाग लगाया तो वो लोग आपको मौत के घाट उतार सकते हैं. एक ऐसी जगह हैं जहां गलती से अगर कोई दूसरा इंसान पहुंच जाए तो वहां के निवासी उसे मौत की सजा देते है. चलिए आज आपको उस जगह की कहानी बताते हैं.

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हम जिस जगह की बात कर रहे हैं असल में वो एक द्वीप है. इस द्वीप में कई प्रकार के जानवर रहते हैं. जानवरों के साथ-साथ यहां इंसान भी रहते हैं. लेकिन ये इंसान पृथ्वी पर रहने वाले अन्य इंसानों से अलग है. इनके अपने नियम और कानून हैं.

ये है वो जगह
जिस जगह की बात हम कर रहे हैं वो अंडमान द्वीप समूह का एक द्वीप समूह है. इसका नाम उत्तर सेंटिनल द्वीप है. यह दक्षिण अंडमान जिले के अंतगर्त आता है. यहां पर किसी दूसरे इंसान के आने की इजाजत नहीं है. यहां निवास करने वाली जनजाति का संपर्क बाहरी दुनिया से बिल्कुल भी नहीं है. 23 वर्ग मील में फैले इस द्वीप समूह में कई हजार सालों से इंसानो के रहने की बात कही जाती है. इनका जीवन यापन आम लोगों के लिए एक रहस्य बना हुआ है.

अंडमान निकोबार द्वीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर (Port Blair) से इस स्थान की दूरी मात्र 50 किलोमीटर है. यहां जो जनजाति रहती है उसे सेंटिनली जनजाति कहा जाता है. इन लोगों ने अपने इतिहास में बाहरी आक्रमणकारियों का कभी सामना नहीं किया है. शोध में इनके बारे कई खुलासे किए गए हैं. रिसर्च के मुताबिक 2,000 से ये लोग यहां रह रहे हैं.

बाहरी लोगों के जानें पर है पाबंदी
कोई भी बाहरी इंसान नार्थ सेंटिनल द्वीप पर नहीं जाता है. क्योंकि, भारत सरकार (Government Of India) ने यहां कि जनजातियों को संरक्षित रखने के लिए Andaman and Nicobar Islands Regulation 1956 बनाया हुआ है. कहा जाता है यहां रहने वाले लोग बाहरी लोगों के साथ बहुत ही बुरा व्यवहार करते हैं. इनके जमीन पर प्रवेश करने वालों के ये मौत के घाट भी उतार सकते हैं. 

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