Gross Direct Tax Collections: वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारतीय दिल खोलकर टैक्स दे रहे हैं. 17 मार्च तक के आंकड़ों के अनुसार पिछले वित्त वर्ष के ग्रॉस डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 18.74 फीसदी का उछाल आया है. वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष टैक्स 22,27,067 करोड़ रुपये (बिना रिफंड एडजस्ट किए) रहा. वहीं, पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में यह 18,75,535 करोड़ रुपये था.
नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 18,90,259 करोड़ रुपये का कॉरपोरेशन टैक्स, 9,14,469 करोड़ रुपये पर्सनल टैक्स और 9,72,224 करोड़ का सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स भी शामिल है.
इस साल कि 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पीच में अनुमान लगाया था कि डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 18.20 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 19.45 लाख करोड़ हो सकता है.
चालू वित्त वर्ष के लिए 17 मार्च तक एडवांस टैक्स कलेक्शन 9,11,534 करोड़ रुपये रहा, जबकि 2022-23 वित्तीय वर्ष में यह 7,45,246 करोड़ रुपये रहा था. यानी 22.13 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
एडवांस टैक्स कलेक्शन के 9,11,534 करोड़ रुपये में 6,72,899 करोड़ रुपये का कॉरपोरेशन टैक्स और 2,38,628 करोड़ रुपये का पर्सनल इनकम टैक्स है.
17 मार्च तक जमा किए गए टैक्स में कुल 3,36,808 करोड़ रुपये रिफंड के लिए भी जारी कर दिए गए हैं. इससे पिछले वित्त वर्ष में 2,98,758 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया था. यानी रिफंड में 12.74% की वृद्धि हुई है.