अगले हफ्ते शेयर बाजार में रौनक देखने को मिल सकती है. ऐसे कई फैक्टर हैं जो अगले हफ्ते बाजार को रफ्तार दे सकते हैं जिनमें 5 राज्यों के चुनाव के बाद एग्जिट पोल, भारत की Q2FY24 GDP ग्रोथ, Q3-CY23 अमेरिकी GDP डेटा, फेड चेयरमैन का भाषण, ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा, डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा, वाहनों की बिक्री, विदेशी निवेशकों की लिवाली, कच्चे तेल की कीमतों का कम होना और आने वाले IPO शामिल हैं. हालांकि सोमवार 27 नवंबर को गुरु नानक जयंती के कारण भारतीय बाजार बंद रहेंगे.
देश के पांच राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं. मतदान खत्म होने के बाद अगले हफ्ते से एग्जिट पोल्स के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे. एग्जिट पोल्स के नतीजे भी शेयर बाजार की चाल प्रभावित कर सकते हैं.
वहीं वैश्विक स्तर पर निवेशकों की नजर 29 नवंबर को जारी होने वाले तीसरी तिमाही के अमेरिकी जीडीपी ग्रोथ के दूसरे अनुमान पर रहेगी. महंगाई और नौकरियों के डेटा के बाद यह फेडरल रिजर्व के लिए महत्वपूर्ण डेटा है. अक्टूबर में जारी एडवांस एस्टिमेट्स के अनुसार, अमेरिकी अर्थव्यवस्था में तीसरी तिमाही में 4.9% की वार्षिक गति के संकेत हैं.
1 दिसंबर को फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की स्पीच है. पिछली पॉलिसी मीटिंग के 22 नवंबर को जारी मिनट्स में फेड अधिकारियों ने दर में कटौती के बारे में कोई संकेत नहीं दिया था, हालांकि महंगाई अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है. अमेरिका में महंगाई फेडरल ओपन मार्केट द्वारा निर्धारित 2% के टारगेट से ऊपर बनी हुई है लेकिन निवेशक आश्वस्त हैं कि ब्याज दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी.
घरेलू मोर्चे पर बाजार की चाल 30 नवंबर को जारी होने वाले जुलाई-सितंबर तिमाही के जीडीपी ग्रोथ डेटा पर रहेगी. अर्थशास्त्रियों को जीडीपी ग्रोथ रेट लगभग 6.8-7.0% रहने की उम्मीद है. वित्त वर्ष 2024 की अप्रैल-जून तिमाही में भारत की ग्रोथ रेट 7.8% रही थी.
1 दिसंबर को वाहन निर्माता कंपनियां नवंबर महीने के ऑटो सेल्स के आंकड़े जारी करेंगे. दिवाली, धनतेरस के कारण इस आंकड़े पर निवेशकों की पैनी नजर रहेगी.
विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) फ्लो पर भी निवेशकों की नजर रहेगी. कई हफ्तों के बाद विदेशी निवेशक इस हफ्ते नेट वायर्स रहे. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी न होने के संकेत और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड के 5% से गिरकर 4.4% पर आ जाना FII की ओर से खरीदार बनने के पीछे की मुख्य वजह है. इसके अलावा डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) तो लगातार खरीदार बने हुए हैं.
अगले हफ्ते 5 कंपनयों टाटा टेक्नोलॉजीज, IREDA, फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज, फ्लेयर राइटिंग इंडस्ट्रीज और गांधार ऑयल रिफाइनरी की लिस्टिंग होगी. टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ को लेकर निवेशकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला है.
इसके अलावा अगले हफ्ते टॉप-3 ग्लोबल अर्थव्यवस्थाओं और यूरोप सहित कई देशों के नवंबर माह के लिए मैन्युफैक्चरिंग PMI डेटा जारी होगा. इस डेटा पर भी निवेशकोंकी पैनी नजर रहेगी.
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