Telegram Paper Leak: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने UGC-NET जून 2024 एग्जाम को रद्द कर दिया थी. 19 जून को होने वाला एगज्म पेपर लीक की खबरों के बीच रद्द कर दिया गया था. इसे लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है जिसमें बताया गया है कि लीक हुआ पेपर टेलीग्राम पर बेचा जा रहा है. इसके लिए 5,000 से 10,000 रुपये तक लिए जा रहे थे. इसकी कई फोटोज भी वायरल हुई हैं.
इस बात की जानकारी सरकार को पहले ही चल गई थी और यही कारण था कि पेपर को कैंसिल कर दिया था. अब इन सब के बीच सबसे बड़ा सवाल यही आता है कि आखिर टेलीग्राम पर ही क्यों पेपर लीक किए जा रहे हैं. क्या इसके पीछे कोई बड़ा कारण है? चलिए जानते हैं.
सरकार को जो इनपुट मिल था उसमें कुछ स्क्रीनशॉट थे जिससे पता चला था कि टेलीग्राम पर पेपर लीक हुआ है. इसमें उन ग्रुप्स के बारे में भी बताया गया था जिन्होंने पेपर लीक किए हैं. देखा जाए तो यह पहली बार नहीं है जब टेलीग्राम पर कुछ लीक हुआ हो. इस ऐप को लीक का सेंटर कहा जा सकता है. यहां पर लोगों ने या फिर स्कैमर्स ने ज्यादा प्रॉफिट कमाने के लिए कई ग्रुप्स बनाए हैं जिनसे वो लोगों को कॉन करते हैं या फिर सर्विस देने के एवज में पैसे कमाते हैं.
जिन लोगों ने टेलीग्राम पर पेपर अपलोड किया उनके पास पेपर कहां से आया ये कह पाना अभी मुश्किल है लेकिन इसका पता लगाया जा रहा है. अब अगर बात करें तो यहां पर ही पेपर लीक क्यों हुआ तो इसका एक सीधा जवाब है कि इसी ऐप पर लोग इस तरह के काम के लिए आते हैं. आज के समय में टेलीग्राम बातचीत करने का नहीं बल्कि लोगों के पैसे ऐंठने का और नई मूवीज के पाइरेटेड वर्जन डाउनलोड करने का साधन बन चुका है.
इस तरह का काम और किसी भी ऐप पर नहीं होता है. टेलीग्राम पर इतने ग्रुप्स बनाए गए हैं जो अलग-अलग कैटेगरी के हैं. किसी में पाइरेटेड मूवीज मिलती हैं तो किसी में लोगों को इन्वेस्टमेंट प्लान का लालच दिया जाता है.
टेलीग्राम पर लोग ब्रॉडकास्ट चैनल बनाते हैं और लगातर उस पर कुछ न कुछ डालते रहते हैं. इस चैनल के डिस्क्रिप्शन में आपको चैनल के नाम के अलावा कुछ नहीं मिलेगा. सब्सक्राइबर्स की संख्या दिखाई देगी लेकिन इनके नाम नहीं.
यहां लोग अपने असली नाम से बहुत ही कम मिलते हैं. खासतौर से वो लोग जिन्हें केवल फ्रॉड करना होता है वो अजीबो-गरीब नाम रखते हैं.
अगर आप किसी चैनल को नहीं बल्कि ग्रुप को ज्वाइन किया है तो यहां आपको ज्यादातर सब फेक मिलेंगे. ये केवल आपको कम पैसों में ज्यादा रिटर्न का लालच देते हैं और फिर लूटते हैं.
इनके नाम नंबर आदि सभी कुछ फेक होता है जिससे अगर आप रिपोर्ट कर भी देते हैं तो इन्हें पकड़ पाना बेहद ही मुश्किल हो जाता है.
यह कहना गलता नहीं है कि टेलीग्राम साइबर क्रिमिनल्स के लिए एक पसंदीदा प्लेटफॉर्म बन गया है जो न केवल स्कैम का गढ़ है बल्कि यहां पर कई अवैध चीजें बेची व खरीदी जाती हैं. 2022 और 2023 के बीच विक्टिम्स से 6.5 मिलियन डॉलर से ज्यादा की चोरी की गई है. इस तरह के फेक एड दिए जाते हैं जिन पर क्लिक करने से तुरंत ही लोग टेलीग्राम ग्रुप में एड हो जाते हैं. बस यहीं से शुरू हो जाता है नया स्कैम.
टेलीग्राम को लेकर अब तक तो कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है लेकिन जब से UGC NET का पेपर लीक हुआ है तब से इस पर कड़ी नजर बनाई गई है. अब हो सकता है कि टेलीग्राम पर कोई न कोई बड़ी कार्रवाई हो.