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आपकी मुट्ठी में रहने वाले इंटरनेट ने दुनिया में कब रखा था कदम?

History Of Internet: क्या आप जानते हैं कि इंटरनेट की शुरुआत कब हुई थी और किसने की? अगर नहीं जानते हैं तो यहां हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं. 

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Shilpa Srivastava
History Of Internet

History Of Internet: इंटरनेट आज इतना ज्यादा कॉमन है कि ये हमारी मुट्ठी में रहता है. आपको बस अपने फोन में डाटा रिचार्ज कराना है और फिर आप इंटरनेट की दुनिया में सर्फिंग कर सकते हैं. यहां से आप सब करते हैं, चाहें शॉपिंग करनी हो या किसी से बात, गेमिंग करना हो या कोई टिकट बुक करना हो, यहां से कई काम करना आसान हो जाता है. ये सब तो आपको भी पता होगा लेकिन शायद आपको ये नहीं पता होगा कि इंटरनेट का आविष्कार कब और किसने किया था. अब जब आपको इंटरनेट के बारे में इतना पता ही है तो थोड़ा और जानने में क्या हर्ज है. चलिए जानते हैं कि दुनिया में वायरलेस नेटवर्क ने कब कदम रखा और इसने पूरी दुनिया में अपना जाल कैसे फैलाया. 

कब हुई थी इंटरनेट की शुरुआत: इंटरनेट की शुरुआत 1960 के दशक में उस रिसर्च के साथ हुई जिसे उस समय पैकेट स्विचिंग के नाम से जाना जाता था. पैकेट स्विचिंग को सर्किटरी की तुलना में डाटा ट्रांसफर करने के लिए एक बेहतर और फास्ट तरीका माना जाता था. अमेरिका की सेना द्वारा ARPANET (एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी नेटवर्क) के डेवलपमेंट के लिए पैकेट स्विचिंग तकनीक बेहद ही जरूरी थी. ARPANET ने एक ही नेटवर्क पर कई कंप्यूटर को कनेक्ट करने के लिए पैकेट स्विचिंग का इस्तेमाल किया था. इस प्रोसेस का इस्तेमाल सेना के बीच गोपनीय डाटा ट्रांसफर करने के लिए किया जाता था. 

इस डाटा-शेयरिंग तकनीक को तब अमेरिका में एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स के लिए ओपन कर दिया गया था जिससे उन्हें सरकार के सुपर कंप्यूटर तक का एक्सेस मिल पाए जो पहले 56 kbit/s पर, फिर 1.5 Mbit/s पर, और फिर 45 Mbit/s पर था. कॉम इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर 1980 के दशक के अंत में उभरे और 1995 तक अमेरिका में इंटरनेट का पूरी तरह से कर्मशलाइजेशन हो गया. 

कई लोगों का था योगदान: इंटरनेट को बनाने में किसी एक व्यक्ति का हाथ नहीं था बल्कि कई इंजीनियर्स और साइंटिस्ट्स का दिमाग शामिल था. इस टेक्नोलॉजी का आविष्कार होने से पहले ही कई लोगों ने इस तरह की तकनीक को बनाने का सपना देखा था. बता दें कि 1900 के दशक की जब शुरुआत हुई थी तब निकोला टेस्ला ने WWS यानी वर्ल्ड वायरलेस सिस्टम का सपना देखा था. इस सपने पर जिन्होंने दृष्टिकोण दिया वो थे जोसेफ कार्ल रॉबनेट लिक्लाइडर. इन्होंने कंप्यूटर नेटवर्क का इस्तेमाल कम्यूनिकेशन के लिए किया. यह पहली बार था जब कंप्यूटर का इस्तेमाल कम्यूनिकेशन के लिए किया जा रहा था क्योंकि इससे पहले तक इसका इस्तेमाल केवल मैथमैटिकल इंस्ट्रूमेंट्स के तौर पर किया जाता था. 

क्या था इंटरनेट का पहला मैसेज: 29 अक्टूबर, 1969 को पहला मैसेज भेजा गया था.  कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय लॉस एंजिल्स के एक कंप्यूटर से स्टैनफोर्ड के एक कंप्यूटर पर LOGIN मैसेज भेजा गया था. लेकिन इस मैसेज ने नेटवर्क को क्रैश कर दिया और मैसेज में केवल LO ही रिसीव हुआ. 

कब हुआ मॉडर्न इंटरनेट का जन्म: जब मैसेज से नेटवर्क क्रैश हो गया तो इसे ठीक करने के लिए 1970 के दशक में, रॉबर्ट काह्न और विंट सेर्फ ने काम शुरू किया. ये दोनों ही ARPANET रिसर्चर्स थे. इन दोनों ने मिलकर समाधान ढूंढा और एक ऐसी भाषा बनाई जो कंप्यूटर्स को आपस में कम्यूनिकेट यानी बातचीत करने की अनुमति देती थी. इसे ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल और इंटरनेट प्रोटोकॉल के नाम से जाना गया. 1 जनवरी 1983 को ARPANET ने इस नए प्रोटोकॉल को अपनाया और इसी तरह जन्म हुआ मॉर्डन इंटरनेट का. 

कब बना था WWW: एक बार तो कम्यूनिकेशन फेल हो गया था लेकिन कम्प्यूटर साइंटिस्ट टिम बर्न्स ली ने इंटरनेट का पहला सफल कम्यूनिकेशन किया. इन्होंने ही 1991 में WWW यानी वर्ल्ड वाइड वेब बनाया था.