Alert For Chrome Users: CERT-In ने विंडोज, मैकओएस और लिनक्स के डेस्कटॉप वर्जन्स के लिए चेतावनी जारी की है. इन कमजोरियों का पता चलने के बाद गूगल क्रोम यूजर्स के लिए सुरक्षा सलाह भी जारी की गई है. चेतावनी में इस बात पर जोर दिया गया है कि अटैकर्स इन कमजोरियों का फायदा उठाकर मालिशस कोड चला सकते हैं या फिर आपके सिस्टम से संवेदनशील डाटा चुरा सकते हैं.
CERT-In की सलाह CIVN-2025-0250 के अनुसार, CVE-2025-11211, CVE-2025-11458, और CVE-2025-11460 जैसी खामियां, रिमोट अटैकर्स को यह अनुमति दे सकती हैं कि वो यूजर को फुसलाकर किसी मालिशस वेबसाइट पर ले जाए जिससे अटैकर्स यूजर के सिस्टम में घुस पाए.
इन कमजोरियों के कारण मनमाना कोड सिस्टम में डाला जा सकता है. साथ ही DoS अटैक भी किए जा सकते हैं. सिर्फ इतना नहीं नहीं यूजर की पर्सनल जानाकरी को भी नुकसान पहुंचाया जा सकता है. ये वर्जन हैं प्रभावित-
Windows और macOS के लिए 141.0.7390.65/.66 से पहले के Google Chrome वर्जन
Linux के लिए 141.0.7390.65 से पहले के Google Chrome वर्जन
Windows और Mac यूजर्स को वर्जन 141.0.7390.65/.66 पर अपडेट करना चाहिए
Linux यूजर्स को वर्जन 141.0.7390.65 इंस्टॉल करना चाहिए
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फिर हेल्प पर जाएं.
फिर Google Chrome के बारे में पर टैप करें.
फिर अपडेट चेक करें, अगर उपलब्ध हो तो डाउनलोड अपडेट पर क्लिक करें.
क्रोम आमतौर पर ऑटोमैटिक अपडेट होता है. CERT-In यूजर्स को ऑटोमैटिक अपडेट इनेबल करने की सलाह देता है. अपडेट होने के बाद, यूजर्स को लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच लागू करने के लिए ब्राउजर को दोबारा स्टार्ट करना चाहिए. अगर आप अपने सिस्टम में किसी अटैकर्स की दखलअंदाजी नहीं चाहते हैं, तो आपको इन बातों पर खास ध्यान देना होगा.