आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद को उस समय नजरबंद कर लिया गया जब वे प्रयागराज के करछना और कौशांबी में हाल ही में हिंसा पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे थे. पुलिस ने उन्हें सर्किट हाउस से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी, जिसके बाद वह अपने समर्थकों के साथ वहीं धरने पर बैठ गए.
वहीं चंद्रशेखर आजाद को नजरबंद किए जाने के विरोध में करछना क्षेत्र में उनके समर्थकों ने जमकर उपद्रव मचाया. भडेवरा बाजार में भीड़ ने पुलिस और पब्लिक की करीब 12 गाड़ियों को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की. पथराव के चलते कुछ महिलाओं और बच्चों को भी चोटें आईं. पुलिस की 5 गाड़ियां और 7 प्राइवेट वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. इसकेबाद स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए स्थानीय पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया, लेकिन हालात ज्यादा बिगड़ने पर औद्योगिक क्षेत्र, नैनी, कीडगंज, बारा, मुट्ठीगंज समेत कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा. इसके साथ ही पीएसी और आरएएफ की टुकड़ियां भी तैनात की गईं.
भीम आर्मी के 17 कार्यकर्ता पुलिस हिरासत में
पुलिस ने उपद्रव के आरोप में भीम आर्मी के 17 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है. साथ ही घटना की जांच शुरू कर दी गई है. प्रशासन ने चेतावनी दी है कि किसी भी तरह की अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. फिलहाल इलाके में माहौल तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है.