Kolkata Rape Case: पिछले साल अगस्त में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए गैंगरेप और हत्या की भयावह घटना के करीब एक साल बाद कोलकाता एक बार फिर वैसी ही दरिंदगी से कांप उठा है. बुधवार शाम साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज की एक प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ कॉलेज परिसर में गैंगरेप किया गया. आरोप है कि एक पूर्व छात्र और दो वरिष्ठ छात्रों ने इस घटना को अंजाम दिया है. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके मोबाइल से घटना के वीडियो भी बरामद हुए हैं.
रविवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार ने पीड़िता के कॉलेज का दौरा किया. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस कुछ छुपाने की कोशिश कर रही है और आयोग को पूर्ण सहयोग नहीं मिल रहा है. मजूमदार ने बताया कि पीड़िता के परिवार पर भारी दबाव है और पुलिस को उसकी वर्तमान स्थिति तक की जानकारी नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि जब वे घटनास्थल का वीडियो रिकॉर्ड करना चाहती थीं, तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
इस घटना के बाद बीजेपी ने रविवार को ‘कन्या सुरक्षा यात्रा’ निकाली, जिसमें नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने मशाल जुलूस का नेतृत्व किया. दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस विधायक मदन मित्रा को पीड़िता पर सवाल उठाने के लिए पार्टी की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. हालांकि मित्रा ने किसी भी नोटिस को प्राप्त करने से इनकार किया है. उन्हें तीन दिन में जवाब देने को कहा गया है.
कोलकाता पुलिस ने जांच के लिए SIT की टीम को नौ सदस्यों तक बढ़ा दिया है. मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा और अन्य के कपड़े जब्त कर उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. पुलिस का कहना है कि कपड़ों पर पाए जाने वाले सीमेन, बाल या खून जैसे निशान आरोप सिद्ध करने में मदद करते हैं. CCTV फुटेज से यह पुष्टि हुई है कि पीड़िता को गार्ड रूम में जबरन ले जाया गया था.
मामले के मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा के पूर्व सहपाठी तितास मन्ना ने बताया कि मिश्रा पर 2013 में हत्या की कोशिश का मामला दर्ज हुआ था, जिसके बाद वह गायब हो गया था और 2017 में कॉलेज लौटा. वहीं मिश्रा के पिता ने सवाल किया कि घटना के वक्त कॉलेज के सुरक्षा गार्ड कहां थे, जब यह सब सुरक्षा कक्ष में हुआ. भाजपा ने घटना की जांच के लिए एक चार सदस्यीय फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी बनाई है जो स्थल का दौरा कर राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेगी.