UP News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में गोकशी आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम के शामिल दरोगा पिस्टल को अनलॉक करने की कोशिश कर रहे थे तभी अचानक गोली चल गई. गोली दरोगा के पेट को चीरते हुए एक सिपाही के माथे को चीरते हुए निकल गई. इससे सिपाही की जान चली गई. पूरा मामला अलीगढ़ जिले का बताया जा रहा है. इस घटना को लेकर प्रशासन दुख में है. जिले के एसएसपी संजीव सुमन ने दुख प्रकट किया है.
ये घटना 8 जुलाई की रात की बताई जा रही है. अलीगढ़ थाना गभाना क्षेत्र में गोकशी के आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस की टीम से जब पिस्टल चलाने को कहा गया तो साथ में गए दरोगा मजहर हसन की पिस्टल लॉक हो गई. कई बार उन्होंने उसे अनलॉक करने का प्रयास किया लेकिन पिस्टल अनलॉक नहीं हुई.
टीम में मौजूद दूसरे दरोगा राजीव कुमार ने पिस्टल लेकर उसे ठीक करने की कोशिश की. वह पिस्टल अनलॉक करने की कोशिश में लग गए इस दौरान उनसे गोली चल गई. गोली उनके पेट को चीरते हुए स्पेशल ऑपरेशन पुलिस के सिपाही के सिर को चीरते हुए पार कर गई. सिपाही का नाम याकूब था.
गोली लगने के बाद सिपाही और दरोगा का आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया. जेएल मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने सिपाही को मृत घोषित कर दिया.
मृतक सिपाही के परिवार वाले इस घटना पर सवाल उठा रहे हैं. सिपाही के पिता वसीउल्ला खान ने कहा इस मामले की जांच होनी चाहिए. पुलिस ने याकूब के शव का पोस्टमार्टम कराकर पुलिस लाइन में सलामी देकर घरवालों को पार्थिव शरीर सौंप दिया.
इस मामले की जांच भी हो रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि गोली कैसे चली? क्योंकि याकूब के पिता का कहना है कि गोली किसी के मारने पर ही लग सकती है कैसे पेट को चीरते हुए गोली दूसरे व्यक्ति के सिर पर जाकर लग सकती है.