मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक मजदूर को बुरी तरह से पीटा गया. पीटने के साथ उसे जूते में पेशाब भरकर पिलाया गया. मजदूर की गलती इतनी थी कि उसने मजदूरी करने के लिए 500 रुपये की मांग की थी. घटना के बाद पीड़ित जब रिपोर्ट लिखाने पुलिस थाने पहुंचा था तो उसे वापस भेज दिया गया. भीम आर्मी के प्रदर्शन के बाद पुलिस ने FIR दर्ज की. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
भारतीय न्याय संहिता के तहत उस पर मुकदमा दर्ज किया गया है. यह घटना मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के करेरा पुलिस थाने के बागेडारी गांव में 14 जुलाई को घटी.
खेत में दवा छिड़कने के लिए मजदूर ने मांगे थे 500 रुपये
पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान रामसिंह ठाकुर के नाम पर हुई है. वहीं, पीड़ित की पहचान राजेश के रूप में हुई है. राजेश ने खेत में पेस्टीसाइड छिड़कने के लिए 500 रुपये की मांग की थी. इससे ठाकुर नाराज हो गया और उसे सबक सिखाने के लिए कहता है.
कुछ समय बाद राजेश अपने घर पहुंचता तो उसके पीछे ठाकुर अपने आदमियों के साथ पहुंच जाता है. यहां पर वह उसे मारता है और कथित रूप से जूते में पेशाब भरकर उसे पिला देता है.
14 जुलाई को घटी इस घटना के अगले दिन यानी 15 जुलाई को राजेश पुलिस थाने मुकदमा दर्ज कराने जाता है तो उसे वापस लौटा दिया जाता है. बाद में राजेश भीम आर्मी की मदद मांगता है. भीम आर्मी के समर्थक रोड को ब्लॉक कर देते हैं. इसके बाद पुलिस रामसिंह ठाकुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करती है. हालांकि, मुकदमे में कहीं भी पेशाब पिलाने का जिक्र नहीं किया गया है.
राजेश ने बताया- मैंने राम ठाकुर सिंह से उनके खेत में दवा छिड़कने के लिए 500 रुपये की मांग की तो उन्होंने मुझे मारा और जूते में पेशाब भरकर पिला दिया.
मध्य प्रदेश में इस तरह की पहली घटना नहीं है. मई के महीने में गुना में एक आदमी को उसके रिश्तेदारों को किडनैप किया जाता है और फिर उसे पेशाब पिला दी जाती है. आदमी को तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा गया था. इसके बाद उसे महिलाओं के कपड़े पहनाकर और मुंडा करके घुमाया गया.