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झांसी अग्निकांड: एक माचिस की तीली, बड़ा धमाका और फिर आग के गोले बन गए नवजात बच्चे...क्या है सच्चाई? जानिए

उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज के चाइल्ड वार्ड में लगी आग में 10 मासूम जिंदा जल गए. वहीं 16 नवजात बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. यह घटना इतनी बड़ी है कि पूरा प्रदेश इस हादसे के बाद से सन्न है. वहीं इस हादसे पर पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, अखिलेश यादव सहित कई लोगों ने दुख जताई है. वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि हादसे की जांच 3 एंगल से होगी. पहली- स्वास्थ्य विभाग करेगा. दूसरी- पुलिस करेगी. तीसरी- मजिस्ट्रेट से जांच कराई जाएगी. अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे. खबर आ रही है कि कमेटी बन गई है.

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Edited By: India Daily Live
Jhansi hospital fire
Courtesy: Social Media

यूपी के झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के चाइल्ड वार्ड में बीती रात लगी आग में जलकर 10 बच्चों की दर्दनाक तरीके से मौत हो गई. वहीं 16 से अधिक बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं. जिनका इलाज चल रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक करीब 50-55 नवजात बच्चे हादसे के समय वार्ड में थे.

ऐसे में अब मन में एक सवाल और बड़ा सवाल उठना लाजमी है कि आखिर आग लगी कैसे. कौन है इसके असली जिम्मेदार. इन तमाम सवालों के बीच एक खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. दरअसल एक परिजन का बयान सामने आया है जिन्होंने पूरी सच्चाई बताई है.

कैसे लगी शिशु वार्ड में आग?

वायरल हो रही खबरों की मानें तो हमीरपुर के रहने वाले एक व्यक्ति का कहना है कि वे अपने पोते का इलाज कराने अस्पताल आए थे. उन्होंने आग लगने के पीछे की एक बड़ी वजह भी बताई है. गोविंददास ने कहा, वॉर्ड के अंदर एक महिला पाइप को फिट कर रही थी. इस दौरान महिला ने पाइप को फिट करने के लिए एक माचिस की तीली जलाई, तभी अचानक पूरे वॉर्ड में आग फैल गई. गोविंददास ने ये भी बताया कि उन्होंने खुद 4-5 बच्चों को इस भीषण आग से बचाया. गोविंद दस इस बात से संतुष्ट हैं कि उन्होंने 5 बच्चों के साथ-साथ अपने पोते को भी बचा लिया है. 

शिशु वार्ड में ऑक्सीजन का लेवल था

वहीं अब तक जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक जैसे ही शॉर्ट सर्किट हुआ है. तभी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर  में आ लग गई और सिलेंडर ब्लास्ट हो गया और एक तेज धमाका हुआ. जिससे चारों ओर अफरा-तफरी मच गई. वहीं इस हादसे पर एक और अपडेट आ रही है कि शिशु वार्ड में ऑक्सीजन का लेवल हाई था, इस वजह से भी आग वार्ड में ज्यादा भड़क गई.

प्रधानमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपये की सहायता राशि

बता दें कि उत्तर प्रदेश में झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में लगी आग से 10 बच्चों की मौत पर राज्य सरकार ने सहायता राशि देने का एलान कर दिया है. इसके अलावा प्रधानमंत्री ऑफ़िस (पीएमओ) के आधिकारिक एक्स हैंडल से एक पोस्ट में सहायता राशि का एलान किया गया है. पीएमओ की पोस्ट के मुताबिक, 'घटना में मृतक नवजात के परिजन को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. जबकि घायल हुए बच्चों को 50 हज़ार रुपये की सहायता राशि मिलेगी.' 

मृतक बच्चों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि

वहीं उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री ऑफ़िस की एक्स पोस्ट के मुताबिक 'मृतक बच्चों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों के परिजनों को 50-50 हजार की सहायता राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से तुरंत दिए जाने का निर्देश दिया गया है.