Pooja Pal Meeting with CM Yogi: प्रयागराज की चायल विधानसभा सीट से विधायक पूजा पाल समाजवादी पार्टी से निष्कासन के बाद सुर्खियों में हैं. सपा ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बाहर का रास्ता दिखाया. इसका कारण यूपी विधानसभा के मानसून सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करना बताया गया. निष्कासन के तुरंत बाद पूजा पाल ने सोशल मीडिया पर लगातार पोस्ट कर अपनी प्रतिक्रिया दी.
सोशल मीडिया पर अपने बयान के साथ पूजा पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ तस्वीर भी साझा की. उन्होंने लिखा कि वह एक बार फिर से आदरणीय मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद करती हैं. उनके नेतृत्व में गुंडों और माफियाओं को उनके उचित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है, जो एक प्रगतिशील समाज के लिए आवश्यक है.
मै एक बार फिर से आदरणीय मुख्यमंत्री जी का
— पूजा पाल (@poojaplofficial) August 16, 2025
धन्यवाद करती हूं ।
उनके नेतृत्व में गुंडों माफिया को उनके उचित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है जो कि एक प्रगतिशील समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है। @myogiadityanath pic.twitter.com/NmLyXigEt8
पूजा पाल ने अपने संदेश में बताया कि वह राजनीति में सत्ता या पद के लिए नहीं आई थीं बल्कि न्याय की लड़ाई लड़ने को राजनीति को माध्यम बनाया. उन्होंने कहा कि वह पहले ही कह चुकी हैं कि चुनाव जीतने या विधायक बनने के लिए राजनीति में कदम नहीं रखा. उन्होंने इसे केवल इंसाफ की लड़ाई का जरिया बताया.
अपनी निजी पीड़ा का जिक्र करते हुए पूजा पाल ने कहा कि वह गरीब पिता की बेटी हैं, जिनका सिंदूर शादी के सिर्फ नौ दिन बाद उजड़ गया था. 17 सालों तक लगातार संघर्ष करने के बाद उन्होंने उस माफिया को मिट्टी में मिलते देखा, जिसने उनके जीवन में अंधेरा फैला दिया था. उन्होंने यह भी लिखा कि अगर विरोधियों ने उन्हें हराने के बजाय उनके संघर्ष को स्वीकार कर लिया होता तो यह इंसाफ और भी पहले मिल सकता था.
पूजा पाल का यह रुख न केवल प्रयागराज बल्कि पूरे प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है. उनके ट्वीट और सीएम योगी से मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों का माहौल गर्मा दिया है. कई लोग इसे सपा से उनके दूरी बनाने का संकेत मान रहे हैं तो कुछ इसे उनके संघर्ष की जीत बता रहे हैं. यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है जब यूपी की सियासत पहले से ही गरम है. विपक्ष लगातार सरकार पर हमले कर रहा है लेकिन पूजा पाल का रुख मुख्यमंत्री की नीतियों को मजबूती देने वाला माना जा रहा है. इससे प्रदेश की राजनीति में नए समीकरण बनने की अटकलें तेज हो गई हैं.