Rajasthan Weather: राजस्थान में बीते 24 घंटों के दौरान मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. जयपुर, कोटा, जोधपुर और पाली जैसे शहरों में तेज बारिश के कारण जलभराव, नदियों का उफान और हादसों की खबरें सामने आई हैं. जयपुर में मेट्रो स्टेशन के पास एक खतरनाक हादसा हुआ, जहां बारिश के बाद सड़क का एक हिस्सा धंस गया और एक बड़ा गड्ढा बन गया. गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन यात्रियों में डर का माहौल बन गया है.
सबसे ज्यादा बारिश कोटा जिले के खातौली इलाके में रिकॉर्ड की गई, जहां 198 मिमी बारिश हुई. पाली में भी भारी बारिश दर्ज की गई, जहां सोमवार सुबह तक 167 मिमी बारिश हुई. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह भारी बारिश उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश और उससे सटे क्षेत्रों में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण हो रही है, जो राजस्थान में तेज वर्षा का कारण बन रहा है.
जोधपुर में हालात और भी खराब हो गए हैं. वहां रेलवे स्टेशन तक जलमग्न हो गया, जिससे ट्रेनों का संचालन बाधित हुआ है. टिनवारी और अन्य इलाकों में गलियां पानी में डूब गईं और लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. कोटा जिले में एक बेहद दुखद घटना सामने आई, जहां चंबल नदी में जलस्तर अचानक बढ़ने से पांच युवक बह गए. ये घटना कोटा बैराज के 12 गेट खोलने के बाद हुई, जिससे पानी का बहाव बहुत तेज हो गया. वहीं धौलपुर के बाड़ी इलाके में बमनी नदी को पार करने की कोशिश में एक और युवक की जान चली गई.
IMD ने चेतावनी दी है कि 15 जुलाई को कोटा, अजमेर और जोधपुर में फिर से भारी बारिश हो सकती है. कुछ स्थानों में अत्यधिक भारी वर्षा की भी संभावना है. वहीं, बीकानेर, जयपुर और भरतपुर के कई हिस्सों में भी मध्यम से भारी बारिश हो सकती है.
16 जुलाई को जोधपुर, बीकानेर और अजमेर में बारिश जारी रहने के आसार हैं, लेकिन 17 जुलाई से पूर्वी राजस्थान में और 18 जुलाई से पश्चिमी राजस्थान में बारिश की तीव्रता में धीरे-धीरे कमी आने की संभावना जताई गई है. इस बेमौसम बारिश से न केवल जनजीवन प्रभावित हो रहा है, बल्कि जान-माल का भी भारी नुकसान हो रहा है. प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और जलभराव या नदियों के नजदीक जाने से बचें.