Bihar Rickshaw Driver Assault: बिहार के मुजफ्फरपुर से पुलिस बर्बरता का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने प्रशासनिक रवैये पर सवाल खड़े कर दिए हैं. घटना काजीमहमदपुर थाना क्षेत्र के छाता चौक इलाके की है, जहां सोमवार को एक ई-रिक्शा यानी टोटो चालक डब्लू कुमार को कथित रूप से महज ओवरटेक करने के कारण पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पीट डाला. मारपीट इतनी क्रूर थी कि पीड़ित का पैर टूट गया और वह बेहोश हो गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घायल टोटो चालक डब्लू कुमार ने अस्पताल में होश में आने के बाद बताया कि वह हल्दीराम के सामने से गुजर रहा था, तभी उसने एक बाइक को ओवरटेक किया. दो लोग सादी वर्दी में बाइक पर सवार थे, डब्लू के अनुसार, बाइक सवारों ने उस पर टक्कर मारने का झूठा आरोप लगाया और तुरंत स्थानीय थाने से पुलिस को बुला लिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे पकड़कर थाने ले गई.
डब्लू कुमार का आरोप है कि थाने में तीन पुलिसकर्मियों ने मिलकर उसे लात-घूंसों और डंडों से बेरहमी से पीटा. मारपीट तब तक की गई जब तक वह बेहोश नहीं हो गया. उसने बताया कि उसकी गाड़ी बाइक से सटी भी नहीं थी और यह बात पास के सीसीटीवी कैमरे में स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है. पीड़ित ने कहा कि मात्र ओवरटेक करने पर उसे आतंकवादी की तरह पीटा गया.
घटना के बाद मुजफ्फरपुर ऑटो-टोटो चालक संघ में भारी आक्रोश है. संघ के अध्यक्ष एआर अन्नू ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "क्या वह कोई अपराधी था जो उसे इतनी बेरहमी से मारा गया? अगर ओवरटेक करना अपराध है तो कोई भी सड़क पर नहीं चल पाएगा. यदि वरीय अधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं, तो जिलेभर में चक्का जाम आंदोलन किया जाएगा."
इस गंभीर मामले में सिटी एसपी कोटा किरण कुमार ने संज्ञान लेते हुए बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि दो पुलिसकर्मियों और ई-रिक्शा चालक के बीच हुए विवाद की जांच की जाएगी. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाएंगे और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.